अधिकांश लोगों के शरीर पर तिल, मस्सा या दाने होते हैं. आपको पता होगा कि अधिकांश स्थितियों में इसका रंग-रूप और आकार में वैसा ही रहता है, जैसा शुरू से दिखता है. लेकिन रिसर्च के मुताबिक शरीर पर होने वाले तिल, मस्सा पर ध्यान देना चाहिए. क्योंकि तिल या दाने के रंग-रूप और आकार में परिवर्तन घातक स्किन कैंसर की निशानी हो सकती है. जानिए क्या है इसका लक्षण.
तिल और मस्सा
बता दें कि जब स्किन कैंसर यानी मेलानोमा होता है, तब तिल के रंग और रूप में परिवर्तन होता है. रिसर्च के मुताबिक इसलिए यदि शुरुआती दौर में इस परिवर्तन पर ध्यान दिया जाए तो स्किन कैंसर का पूरी तरह इलाज संभव है. जानकारी के मुताबिक मेलानोमा कैंसर की शुरुआत शरीर के उन अंगों से शुरू होती है, जो भाग सूर्य की रोशनी के ज्यादा संपर्क में होता है. इसलिए इन अंगों में मौजूद तिल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
तिल, मस्सा में बदलाव
कैंसर होने पर शरीर में होने वाले तिल या मस्सा में परिवर्तन शुरू हो जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि तिल और मस्सा में किस तरीके का परिवर्तन होता है और ये कितना घातक होता है. शरीर में शुरूआती लक्षण पहचानने के बाद आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं.
मेलोनोमा कैंसर में तिल पर दिखने वाले ये हैं लक्षण
• शरीर में जब तिल का आकार और रूप बदलता है, तो इसे मेलानोमा कैंसर कहते हैं. आप ध्यान से देखेंगे तो शुरूआती आकार में आपको परिवर्तन दिखेगा, इतना ही नहीं आमतौर पर ऐसा लगता है कि तिल आधा हो गया है.
• इसके अलावा शरीर में मौजूद तिल के रंग में जब बदलाव होने लगता है, तो ये मेलानोमा कैंसर की निशानी हो सकती है. कैंसर के लक्षण होने के दौरान रंग एकदम बदल जाता है. अगर ऐसा होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
• वहीं तिल के आकार में बदलाव लगातार होता रहता है. आमतौर पर जब यह ग्रोथ करता है तो 6 मिलीमीटर तक हो जाता है.
• इसके अलावा तिल में खुजली, ब्लीडिंग होने लगता है. दरअसल तिल में खुजली के साथ ही इसमें कभी-कभी ब्लीडिंग भी होता है.
• वहीं जब आप तिल को देखेंगे, तो यह हर तरह से बदला हुआ दिखता है. आप ध्यान से देखेंगे तो तिल थोड़ा सा उभरेगा और भद्दा सा देखने लगता है. ऐसा दिखने पर आपको समझ जाना चाहिए कि ये शुरुआती चरण में होता है.
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