Yoga for Thighs and Core Muscles- पेट और जांघों की चर्बी घटाने के लिए असरदार योगासन.

Yoga for Strong Thigh: वजन घटाने के बाद भी पेट और जांघों का फैट कई बार जिद्दी बन जाता है. इस चैलेंज से निपटने के लिए योगासन एक बेहतरीन उपाय है. योग न केवल वजन घटाने में सहायक है, बल्कि यह मसल्स को टोन करने और शरीर को लचीला बनाने में भी मदद करता है. यहां आपके कोर और थाईज़ को टोन करने के लिए असरदार योगासनों की जानकारी दी जा रही है. इन योगों का अभ्‍यास वे महिलाएं भी कर सकती हैं जो ढीली जांघों की वजह से मनपसंद कपड़े नहीं पहन पातीं. इस अभ्यास की मदद से वे महीने भर में फिटनेस महसूस करेंगी.

ढीली जांघों को मजबूत बनाने वाले योगासन- 

चेयर पोज़ (उत्कटासन)-
पैरों को साथ में रखें और खड़े हों. सांस भरते हुए हाथों को ऊपर उठाएं. सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़ें और कूल्हों को पीछे की ओर झुकाएं. ध्यान रखें कि घुटने पैरों की उंगलियों से आगे न बढ़ें. इस स्थिति को 30 सेकंड से 1 मिनट तक बनाए रखें. यह आसन न केवल कोर और थाई मसल्स को टोन करता है, बल्कि बैलेंस और पॉश्चर सुधारने में भी मदद करता है.

डांसर पोज़ (नटराजासन)-
सीधे खड़े होकर अपना वजन दाएं पैर पर डालें. बाएं पैर को पीछे की ओर मोड़ें और बाएं हाथ से टखने को पकड़ें. दाएं हाथ को आगे की ओर फैलाएं. स्थिति को 30 सेकंड से 1 मिनट तक बनाए रखें और फिर दूसरी ओर दोहराएं. यह आसन थाई मसल्स को मजबूत करता है और संतुलन को बेहतर बनाता है.

गारलैंड पोज़ (मालासन)-
गहरे स्क्वाट की यह मुद्रा हिप्स खोलती है और जांघों को स्ट्रेच करती है. पैरों को कंधों की चौड़ाई जितना फैलाएं. स्क्वाट करें और हाथों को प्रार्थना मुद्रा में रखें. कोहनियों से घुटनों को हल्के से फैलाएं. इसे 30-40 सेकंड तक बनाए रखें. यह आसन पैरों में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और पेट को फ्लैट करने में मदद करता है.

कोबरा पोज़ (भुजंगासन)-
यह थकावट को कम करता है और कोर को मजबूत बनाता है. पेट के बल लेटें और हाथों को कंधों के नीचे रखें. सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं. 20-30 सेकंड तक स्थिति बनाए रखें. यह पेट और जांघों को टोन करने के साथ ही शरीर के रक्त प्रवाह को सुधारता है.

लेग्स रेज़ पोज़ (उत्तानपादासन)-
यह आसन निचले पेट और जांघों को टोन करता है. पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों को 45 डिग्री पर उठाएं. 20-30 सेकंड तक स्थिति बनाए रखें. यह पाचन को सुधारने और मसल्स को सक्रिय करने में मदद करता है.

ब्रिज पोज़ (सेतु बंधासन)-
यह आसन हिप्स, थाई और पेट को टोन करता है. पीठ के बल लेटें और घुटनों को मोड़ें. हिप्स को ऊपर उठाएं और स्थिति को बनाए रखें. 30 सेकंड तक रुकें. यह आसन मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है और हार्मोन बैलेंस करता है.

प्लैंक पोज़ (चतुरंग दंडासन)-
यह आसन कोर, बाजुओं और पीठ को मजबूत करता है. पुश-अप की स्थिति में आएं और शरीर को सीधा रखें. इसे अधिकतम समय तक बनाए रखें. यह पेट की चर्बी को कम करने और शक्ति बढ़ाने में सहायक है.

इन योगासनों का नियमित अभ्यास न केवल आपके शरीर को टोन करेगा, बल्कि आपको फिट और ऊर्जावान भी बनाएगा. इसे संतुलित आहार के साथ अपनाएं और परिणाम खुद देखें.

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