wrestling controversy; WFI called national trials on March 10 and 11, sanjay singh| brajbhushan| sakshi malik| bajrang punia | WFI ने 10 और 11 मार्च को नेशनल ट्रॉयल बुलाए: नई दिल्ली में होगा सिलेक्शन; 11 दिन पहले UWW ने प्रतिबंध हटाया था

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नई दिल्ली10 घंटे पहले

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विवादों में चल रही रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) ने भारतीय टीम के नेशनल ट्रॉयल बुलाए हैं। 10 और 11 मार्च को होने जा रहे ट्रायल एशियन चैंपियनशिप और ओलिंपिक क्वालिफायर के लिए भारतीय टीम के चयन के लिए बुलाए गए है, हालांकि फेडरेशन में अपने लेटर हेड से ‘खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त’ इस लाइन को काट रखा है।

दूसरी ओर, भारतीय ओलिंपिक संघ द्वारा गठिन एडहॉक कमेटी ने पटियाला में होने जा रही अंडर-23 नेशनल चैंपियनशिप को टालने का फैसला किया है।

यहां बता दें कि चुनाव के बाद खेल मंत्रालय ने WFI को सस्पेंड करके रखा है और मंत्रायल के निर्देश पर भारतीय ओलिंपिक संघ ने एडहॉक कमेटी का गठन किया है। अब दोनों समानांतर काम कर रहे हैं।

UWW ने WFI का सस्पेंशन हटाया था
11 दिन पहले यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को सशर्त बहाल किया था। वर्ल्ड बॉडी ने कहा था कि WFI को 1 जुलाई 2024 तक फिर से फेडरेशन के लिए चुनाव कराने होंगे। इतना ही नहीं, खिलाड़ियों की भागीदारी में गैर-भेदभाव की लिखित गारंटी भी देनी होगी। पूरी खबर

हाथ में पोस्टर लिए WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण सिंह। संजय सिंह की जीत के बाद उन्होंने पोस्टर लहराया। इसमें लिखा है- 'दबदबा है, दबदबा रहेगा। इसी तस्वीर पर विवाद खड़ा हुआ था।

हाथ में पोस्टर लिए WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण सिंह। संजय सिंह की जीत के बाद उन्होंने पोस्टर लहराया। इसमें लिखा है- ‘दबदबा है, दबदबा रहेगा। इसी तस्वीर पर विवाद खड़ा हुआ था।

UWW का सस्पेंशन हटा, लेकिन खेल मंत्रालय से अब भी निलंबित
भले ही रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने सस्पेंशन हटा दिया है, लेकिन भारतीय खेल मंत्रालय ने WFI को अब भी सस्पेंड कर रखा है और भारतीय ओलिंपिक कमेटी (IOA) की एडहॉक बॉडी WFI के समानांतर काम कर रही है।

केंद्रीय खेल मंत्रालय ने चुनाव के बाद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया। 24 दिसंबर को मंत्रालय ने भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) से रेसलिंग फेडरेशन के मामलों के मैनेजमेंट के लिए एडहॉक कमेटी बनाने को भी कहा था और IOA ने एडहॉक कमेटी भी बना दी है। पूरी खबर

संजय सिंह चुनाव में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बने थे, लेकिन चंद दिनों पर खेल मंत्रालय ने नई कार्यकारिणी को सस्पेंड कर दिया था।

संजय सिंह चुनाव में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बने थे, लेकिन चंद दिनों पर खेल मंत्रालय ने नई कार्यकारिणी को सस्पेंड कर दिया था।

संजय सिंह ने अध्यक्ष पद पर अनीता को हराया था
21 दिसंबर को भारतीय रेसलिंग संघ के चुनाव में संजय सिंह ने अध्यक्ष पद पर कॉमनवेल्थ चैंपियन रेसलर अनीता श्योराण को 33 वोट से हराया था। संजय को 40 वोट मिले थे, जबकि अनीता को 7 वोट ही मिले थे। पूरी खबर

जीत के बाद संजय सिंह। उन्होंने अनीता को 33 वोट से हराया।

जीत के बाद संजय सिंह। उन्होंने अनीता को 33 वोट से हराया।

चुनाव के बाद विवाद; साक्षी का संन्यास, बजरंग-विनेश ने अवॉर्ड लौटाए
दिग्गज पहलवान संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के विरोध में उतर आए थे। ओलिंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने संन्यास का ऐलान किया था, जबकि बजरंग और विनेश ने अपने अवॉर्ड वापस लौटा दिए थे। पूरी खबर

संजय के अध्यक्ष बनने के बाद साक्षी मलिक ने रोते हुए कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया और अपने शूज टेबल पर रख दिए थे।

संजय के अध्यक्ष बनने के बाद साक्षी मलिक ने रोते हुए कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया और अपने शूज टेबल पर रख दिए थे।

पिछले एक साल से विवादों में कुश्ती
रेसलिंग फेडरेशन पिछले एक साल से विवादों में है। ये विवाद पिछले साल जनवरी-फरवरी में महिला पहलवानों के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण पर यौन उत्पीडन के आरोप से शुरू हुए।

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