43 मिनट पहले
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जूहा चावला ने कहा था कि अगर शाहरुख खान IPL से हट जाएं तो इस लीग को कोई नहीं देखेगा। शाहरुख के वानखेड़े स्टेडियम वाले विवाद के बाद जूही चावला का स्टेटमेंट आया था। दरअसल वानखेड़े स्टेडियम के एक गार्ड ने शाहरुख को फील्ड के अंदर घुसने से मना कर दिया था। यह बात शाहरुख को रास नहीं आई थी। वे सिक्योरिटी गार्ड के साथ भिड़ गए थे। कहासुनी भी काफी हो चुकी थी।
शाहरुख के इस एक्शन की वजह से पांच साल के लिए वानखेड़े स्टेडियम में उनकी एंट्री पर बैन लग गया था। इसके बाद शाहरुख की टीम KKR की को-ओनर जूही चावला ने कहा कि अगर शाहरुख अपसेट हो जाएं तो वानखेड़े क्या किसी भी स्टेडियम में लोग नहीं पहुंचेंगे।
पहले जूही चावला का 2012 में किया यह ट्वीट देखिए
IPL के शुरुआती दिनों में देखने को मिलता था ग्लैमर का तड़का
दरअसल 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हुई थी। इसमें क्रिेकेट के साथ बॉलीवुड का भी ग्लैमर देखने को मिला। इसे प्रमोट करने के लिए सेलेब्स स्टेडियम में जाते थे और अपनी पसंदीदा टीमों को सपोर्ट करते थे। पहले सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स की लोकप्रियता सबसे ज्यादा थी।
इसकी वजह सिर्फ और सिर्फ शाहरुख खान थे। शाहरुख खान हर मैच में अपनी टीम को सपोर्ट करने स्टेडियम पहुंचते थे। टीम के जीतने पर वो दर्शकों के बीच में ही डांस करने लगते थे। शाहरुख का ऐसा करना लोगों को बहुत रोमांचित करता था। ऐसे ही पंजाब की मालकिन प्रीति जिंटा भी दर्शकों के बीच रोमांच पैदा करती थीं।
टीम के जीतने के बाद शाहरुख अक्सर फील्ड के अंदर आकर सेलिब्रेशन करते हैं।
अधिकारियों ने कहा था- शाहरुख नशे में थे
2012 में मुंबई इंडियंस और केकेआर के बीच एक मैच के दौरान शाहरुख खान वानखेड़े स्टेडियम के सिक्योरिटी स्टाफ और अधिकारियों से भिड़ गए थे। शाहरुख का कहना था कि उनमें से किसी ने उन्हें अपशब्द कहे और उनके बच्चों के साथ बुरा बर्ताव किया गया। वहीं अधिकारियों का कहना था कि शाहरुख नशे में थे और झगड़े की शुरुआत उन्होंने ही की थी। बाद में शाहरुख खान ने माना कि उन्हें ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए था।
इसी विवाद के बाद शाहरुख को पांच साल के लिए स्टेडियम में घुसने से मना कर दिया गया था।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने शाहरुख पर वानखेड़े स्टेडियम में दाखिल होने पर पांच साल का बैन लगा दिया गया था। यह बैन मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की मैनेजिंग कमेटी ने लगाया था, जिसमें दिवंगत कांग्रेसी नेता विलासराव देशमुख भी शामिल थे।