केंद्र और असम सरकार के साथ यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) के वार्ता समर्थक गुट ने शुक्रवार (29 दिसंबर) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. इसे शांति समझौता बताया जा रहा है.
गृह मंत्री अमित शाह ने इस मौके पर कहा, ”लंबे समय से असम और पूरे नॉर्थ ईस्ट ने हिंसा झेली है. पीएम मोदी की प्रेरणा से शांति और संवाद के लिए खुले दिल से समझौता किया गया है. 9000 से ज्यादा चरमपथियों ने अबतक पूर्वोत्तर में समर्पण किया है. आज के त्रिपक्षीय समझौते से सभी को फायदा होगा.”
वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, “आज असम के लिए एक ऐतिहासिक दिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में असम की शांति प्रक्रिया निरंतर जारी है…”