UK London 18 Year Old Autism Child Arrested For Hacking Grand Theft Auto 6 Game Code Company Get Loss Of 7 Million Court Order To Home Arrest

UK Game Hacking Crime: इंग्लैंड के लंदन से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आयी है. यहां एक 18 साल के ऑटिज्म से पीड़ित लड़के को गेम ग्रैंड थेफ्ट ऑटो-6 की 10 सीक्रेट वीडियो हैक करके कंपनी को ब्लैकमेल करने का दोषी पाया है. इसकी वजह से कोर्ट ने उसे अनिश्चितकाल के लिए अस्पताल में नजरबंद रखने का आदेश दिया है.

18 वर्षीय आरोपी एरियन कुर्ताज ने होटल के कमरे में मौजूद टीवी और मोबाइल की मदद से अमेजॉन फायर स्टिक का इस्तेमाल कर ग्रैंड थेफ्ट ऑटो-6 की 10 सीक्रेट वीडियो हैक कर ली. इसकी वजह से कंपनी को लगभग 74 करोड़ रुपये का चूना लगा. इस आरोप के खिलाफ कंपनी ने कोर्ट में अपील की और बाद में कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए एरियन कुर्ताज को अस्पताल में नजरबंद रखने का आदेश दिया.

एरियन कुर्ताज ने टेलीग्राम पर दी धमकी
कोर्ट में सुनवाई के दौरान गेमिंग कंपनी बताया कि उन्हें हैक से उबरने की लिए कम से कम 5 घंटों का वक्त लगा और इस दौरान कंपनी को 74 करोड़ रुपये नुकसान हुआ. कंपनी के अधिकारियों ने कोर्ट ने जानकारी दी कि एरियन कुर्ताज ने उन्हें टेलीग्राम पर कंपनी को मैसेज करते हुए धमकी दी कि अगर उन्हें पैसे नहीं दिए गए तो वो उनके गेम सोर्स के कोड को फैला देगा.

कई मामलों में पाया गया दोषी
द डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक ऑटिज्म से पीड़ित एरियन कुर्ताज ने पहले भी एक बार टेलीकॉम कंपनी बीटी/ईई को ब्लैकमेल किया था, जिसकी वजह से उसे 18 महीने की सजा मिली थी और घर में नजरअंदाज रहने का आदेश दिया गया था. उसने टेलीकॉम कंपनी से 33 करोड़ की फिरौती मांगी थी. उसके साथ एक 17 साल का दूसरा लड़का भी मामले में जुड़ा हुआ था, जिसने मिल कर कंपनी को ब्लैकमेल किया था.

उन्होंने पहले जुलाई 2021 और फरवरी 2022 के बीच कंप्यूटर चिप निर्माता NVIDIA, Uber और ऑनलाइन बैंक Revolut को हैक किया था. इसी साल अगस्त में सात सप्ताह की सुनवाई के बाद एक जूरी ने ऑक्सफोर्ड में पढ़ने वाले कुर्ताज को 12 अलग-अलग अपराधों में दोषी ठहराया गया था.

ऑटिज्म से पीड़ित लोगों की लक्षण
ऑटिज्म से पीड़ित लोगों को आम इंसानों की तरह बातचीत करने, लिखने और समझने में दिक्कत होती है. हालांकि, उनका दिमाग आम इंसानों के मुकाबले में अलग तरह से काम करता है. इस बीमारी को लेकर डॉक्टरों के पास कोई ठोस इलाज मौजूद नहीं है. ऑटिज्म के अलग-अलग मरीजों को अलग-अलग लक्षण महसूस हो सकते हैं.

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