These seven bitter things are helpful for good health

करेला एक कड़वी सब्जी है, लेकिन ये बाॅडी के लिए कई स्वास्थ्य लाभों से भरी हुई है. करेला बाॅडी में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. इसके साथ ही वजन कम करने, आंखों की रोशनी को बेहतर करने में भी सहायक होता है. करेला का इस्तेमाल सब्जी, सूप या जूस के रूप में किया जा सकता है. इसका आचार भी बनाया जा सकता है.

करेला एक कड़वी सब्जी है, लेकिन ये बाॅडी के लिए कई स्वास्थ्य लाभों से भरी हुई है. करेला बाॅडी में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. इसके साथ ही वजन कम करने, आंखों की रोशनी को बेहतर करने में भी सहायक होता है. करेला का इस्तेमाल सब्जी, सूप या जूस के रूप में किया जा सकता है. इसका आचार भी बनाया जा सकता है.

घर में मसाले के डिब्बे में पाए जाने वाले ये पीले रंग के छोटे दाने सेहत के लिए बहुत फादयेमंद होते हैं. मेथी दाना ब्लड शुगर कंट्रोल करने के साथ बाॅडी में कोलेस्ट्राॅल कम करने, डाइजेशन सिस्टम को बेहतर करने में मदद करता है. मेथी दाना का इस्तेमाल सब्जी, दाल या सूप में किया जा सकता है. मेथी दाना का पाउडर भी बनाया जा सकता है, जिसका पानी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं.

घर में मसाले के डिब्बे में पाए जाने वाले ये पीले रंग के छोटे दाने सेहत के लिए बहुत फादयेमंद होते हैं. मेथी दाना ब्लड शुगर कंट्रोल करने के साथ बाॅडी में कोलेस्ट्राॅल कम करने, डाइजेशन सिस्टम को बेहतर करने में मदद करता है. मेथी दाना का इस्तेमाल सब्जी, दाल या सूप में किया जा सकता है. मेथी दाना का पाउडर भी बनाया जा सकता है, जिसका पानी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं.

नीम के पेड़ के लाभ सिर्फ छांव तक ही सीमित नहीं हैं. इस पेड़ का हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरपूर है. नीम की प​त्तियां, छाल, बीज सभी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. नीम का इस्तेमाल ​स्किन डिजीज, डेंटल प्राॅब्लम, डा​यबिटीज और अन्य बीमारियों के लिए किया जाता है. नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. नीम की प​त्तियों का काढ़ा भी तैयार कर पीया जा सकता है. इस के साथ ही नीम का तेल बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है.

नीम के पेड़ के लाभ सिर्फ छांव तक ही सीमित नहीं हैं. इस पेड़ का हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरपूर है. नीम की प​त्तियां, छाल, बीज सभी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. नीम का इस्तेमाल ​स्किन डिजीज, डेंटल प्राॅब्लम, डा​यबिटीज और अन्य बीमारियों के लिए किया जाता है. नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. नीम की प​त्तियों का काढ़ा भी तैयार कर पीया जा सकता है. इस के साथ ही नीम का तेल बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है.

क्रेनबेरी स्वाद में कड़वा, खट्टा और बेहद तीखा होता है. लेकिन ये पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं. डाइजेशन सिस्टम को ये बेहतर करता है.

क्रेनबेरी स्वाद में कड़वा, खट्टा और बेहद तीखा होता है. लेकिन ये पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं. डाइजेशन सिस्टम को ये बेहतर करता है.

कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट, क्लोरोजेनिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. कॉफी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट गुण शरीर की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.

कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट, क्लोरोजेनिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. कॉफी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट गुण शरीर की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.

सेब भले ही स्वाद में अपनी मिठास के चलते अच्छा लगता हो, लेकिन इसका सिरका स्वाद में तीखा, कड़वा होता है. सेब के सिरके में पाए जाने वाले तत्व, पाचन को बेहतर और वजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.

सेब भले ही स्वाद में अपनी मिठास के चलते अच्छा लगता हो, लेकिन इसका सिरका स्वाद में तीखा, कड़वा होता है. सेब के सिरके में पाए जाने वाले तत्व, पाचन को बेहतर और वजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.

Published at : 12 Jun 2025 12:47 PM (IST)

हेल्थ फोटो गैलरी

हेल्थ वेब स्टोरीज

.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *