विशाल भटनागर/मेरठ: आज के दौर में माइग्रेन से लोग काफी परेशान रहते हैं. जिसके लिए तरह-तरह की दवाइयां का भी उपयोग करते हैं लेकिन उसके बावजूद भी आराम नहीं मिलता. वहीं आयुर्वेदिक पद्धति की बात की जाए तो विभिन्न औषधि पेड़ों के माध्यम से दवाइयां बनाई जाती हैं. जिनके प्रयोग से मरीजों को काफी राहत मिलती है. कुछ इसी तरह का उल्लेख रत्ती के पौधे का भी मिलता है जो माइग्रेन सहित विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दूर करने में काफी सहायक माना जाता है.
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में संचालित बॉटनी डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजय मलिक (पीएचडी बॉटनी) ने लोकल18 से खास बात करते हुए बताया कि रत्ती के पौधे की पत्तियां इंसान के लिए काफी लाभदायक होती है. अगर इसकी पत्तियों को सुबह के समय चबाए तो मुंह में किसी भी प्रकार के इंफेक्शन में काफी राहत मिलती है. साथ ही इसकी पत्तियों का ग्रीन टी के तौर पर भी उपयोग कर सकते हैं. क्योंकि इसका टेस्ट बिल्कुल मुलेठी की तरह ही होता है. इसकी पत्तियों का हम चाय बनाने में भी उपयोग कर सकते हैं. इससे बदन दर्द बुखार सर दर्द जुखाम सहित अन्य तरह की बीमारियों में राहत मिलेगी.
बीज का सिर्फ होता है मेडिसिन उपयोग
रत्ती के पौधे पर आने वाले बीज का भी काफी महत्व है. इसके हर एक बीज का वजन एक जैसा होता है. मेडिसिन बनाने में भी इसके बीज का उपयोग किया जाता है. लेकिन इसे कोई भी व्यक्ति आम तौर पर उपयोग में नहीं ला सकता. क्योंकि इसके बीज में कुछ ऐसे जहरीले तत्व पाए जाते हैं. जो इंसान के लिए घातक हो सकते हैं. यानी बिना किसी एक्सपर्ट के सलाह के इसका इस्तेमाल न करें.
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FIRST PUBLISHED : March 19, 2024, 14:14 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.