The father works as a laborer but the son did wonders, passed the exam on his own hard work and became the first in the village…

जमुई. सफलता कभी भी संसाधन की मोहताज नहीं होती है. पढ़ने वाले कम संसाधन में भी अपनी मेहनत, इच्छा शक्ति और लगन के बल पर सफलता हासिल कर लेते हैं. कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है जमुई जिले के रहने वाले इस युवक ने, जिसने अपने दम पर सफलता हासिल की है. मजदूर पिता के बेटे ने अपनी मेहनत के बल पर एक ऐसा मुकाम हासिल कर लिया जिसकी अब सराहना हो रही है. दरअसल, जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के रहने वाले इस युवक ने बीपीएसएससी के द्वारा आयोजित अवर निरीक्षक की परीक्षा में सफलता हासिल की है और अवर निरीक्षक बन गया है. इसके पिता मजदूर हैं और दिन-रात मजदूरी करके अपने बेटे को उन्होंने पढ़ाया है.

जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के बंधौरा गांव निवासी चक्रधर कुमार ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है. पिता राजकुमार रावत मजदूर हैं और खेती किसानी करते हैं. राजकुमार ने अपने बेटे को पढ़ने के लिए दिन-रात एक करके मेहनत की है. वह दूसरों के खेतों में जाकर काम करते थे, ताकि कुछ पैसे कमा सके और बेटे को अच्छी शिक्षा दे सकें. वहीं, उनके बेटे चक्रधर कुमार ने भी अपनी मेहनत में कोई कोई-कसर बाकी नहीं रहने दी और दिन रात एक करके मेहनत की और पहले ही प्रयास में बीपीएसएससी की परीक्षा पास कर ली. अब उनका चयन अवर निरीक्षक के पद पर हो गया.

बचपन से ही लगनशील रहा है चक्रधर
चक्रधर ने बताया कि उसकी प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही हुई है. उसने साल 2011 में महाराज चंद्रचूड़ विद्या मंदिर गिद्धौर से मैट्रिक की पढ़ाई की. इसके बाद इसी विद्यालय से साल 2013 में चक्रधर ने इंटरमीडिएट की परीक्षा उतीर्ण की. चक्रधर ने 2017 में बीएनएम कॉलेज बड़हिया से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. चक्रधर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी किस्मत आजमा रहे थे, इसी क्रम में बिहार अवर सेवा आयोग के सब इंस्पेक्टर की परीक्षा में उन्हें यह सफलता हासिल हुई है. चक्रधर कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता की कड़ी मेहनत को दिया है.

FIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 11:42 IST

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