Tata Sons Chairman Chandrasekaran’s New Year message to employees | टाटा संस चेयरमैन चंद्रशेखरन का कर्मचारियों को न्यू ईयर मैसेज: कहा- अगला दशक उन कंपनियों का, जो कस्टमर को बेहतरीन अनुभव देने में माहिर होंगी

नई दिल्ली1 घंटे पहले

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टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने गुरुवार (28 दिसंबर) को टाटा ग्रुप के कर्मचारियों को ‘नए साल का संदेश’ भेजा। उन्होंने ईयर एंड लेटर में कर्मचारियों को 2024 में एंटिसिपेटेड इन्सटेबिलिटी और डिस्रप्शन के बारे में आगाह किया, जो डेटा प्राइवेसी रेग्युलेशन और साल के दौरान 40 देशों में होने वाले चुनावों के साथ ग्लोबल सिनारियों से इन्सपायर्ड है।

इसके अलावा उन्होंने लेटर में जियोपॉलिटिकल टेंशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), चंद्रयान-3 और रोहित शर्मा के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि जियोपॉलिटिकल टेंशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के कारण 2023 उथल-पुथल भरा रहा। अगला दशक उन कंपनियों का होगा जो कस्टमर को बेहतरीन अनुभव देने में माहिर होंगी।

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को इस साल फ्रांस के सर्वोच्च सम्मान 'शेवेलियर डे ला लेगियन डी'होनूर' (Chevalier de la Légion d’honneur) से सम्मानित किया गया। सबसे दाएं में चंद्रशेखरन और उनके बगल में फ्रांस की मंत्री कैथरीन कोलोना।

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को इस साल फ्रांस के सर्वोच्च सम्मान ‘शेवेलियर डे ला लेगियन डी’होनूर’ (Chevalier de la Légion d’honneur) से सम्मानित किया गया। सबसे दाएं में चंद्रशेखरन और उनके बगल में फ्रांस की मंत्री कैथरीन कोलोना।

सभी कंपनियां AI चैंपियन नियुक्त करें
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘कन्ज्यूमर बिजनेसेस में हमारे बढ़ते फुटप्रिंट के साथ हमें हर बातचीत में सहानुभूति लानी होगी- चाहे वह एयर इंडिया, टाटा मोटर्स या टाइटन में हो। टाटा ब्रांड की सभी कंपनियां हर जगह पहचानने योग्य होना चाहिए।

हमारे ग्रुप का टारगेट सिर्फ टेक्नोलॉजी को अपनाना या उसके अनुकूल होना नहीं है, बल्कि हमें इसे आकार देने और इसे बनाने की आवश्यकता है।’ उन्होंने कहा कि ‘इस नए साल में मैं प्रत्येक कंपनी से AI के फायदों को इकोनॉमिकली, ऑपरेशनली और सोशली आगे बढ़ाने के लिए एक AI चैंपियन अपॉइंट करने का आग्रह करता हूं।’

दुनिया को अस्थिर करने वाले ट्रेंड्स का सामना करना पड़ा
अपने एंप्लॉयीज को लिखे लेटर में चंद्रशेखरन ने आगे कहा, ‘दुनिया को कई तरह के अस्थिर करने वाले ट्रेंड्स का सामना करना पड़ा।

इनमें जियोपॉलिटिकल टेंशन से लेकर बड़े पैमाने पर जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनाने तक के ट्रेंड्स शामिल हैं।

इनमें से कुछ बेहतर हैं, जबकि बाकी कम बेहतर हैं। बहरहाल, इन सभी ट्रेंड्स की वजह से दुनिया का सिस्टम थोड़ा चुनौतीपूर्ण भी हुआ है।’

चंद्रशेखर ने टाटा ग्रुप के एंप्लॉयीज की तारीफ की

  • उन्होंने ने कहा, ‘मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि इस मुश्किल ग्लोबल दौर में हमारे ग्रुप ने 2023 में काफी बेहतर प्रदर्शन किया। बदलाव की हमारी इस प्रक्रिया में हमारा जोर सिंप्लीफिकेशन, सिनर्जी, स्केल, सप्लाई चेन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर रहा और ग्रुप की तमाम कंपनियों में संतोषजनक प्रगति देखने को मिली।’
  • उन्होंने ने कहा, ‘हमने टाटा टेक्नोलॉजीज के ऐतिहासिक IPO और नई गीगाफैक्ट्रियों का भी जश्न मनाया। हमें पूरा भरोसा है कि हमारे फैसले से आने वाले दशकों में ग्रुप की कंपनियों को शानदार ग्रोथ हासिल होगी।’ चंद्रशेखरन ने अपने एंप्लॉयीज के समर्पण और लचीलेपन की भी तारीफ की और कहा कि ग्रुप के मार्केट कैटिपल में बढ़ोतरी में उनका अहम योगदान है।
  • उन्होंने कहा, ‘इस साल टाटा ग्रुप की कंपनियों के कुल मार्केट कैपिटल में तकरीबन 32% की बढ़ोतरी हुई, जो सेंसेक्स में हुई बढ़ोतरी का तकरीबन दोगुना है। सेंसेक्स में इस साल 17% की बढ़ोतरी हुई है। हमारे लोगों की मेहनत, लगन और समर्पण के बिना इस तरह की सफलता संभव नहीं थी, लिहाजा मैं इस साल आपकी कठिन मेहनत के लिए आप सबका शुक्रिया अदा करता हूं।’

भारत का भविष्य उज्जवल, AI के लिए सही नियम की जरूरत
उन्होंने कहा, ‘भविष्य में ग्लोबल सिनारियो पर अनिश्चितता का माहौल है, लेकिन भारत का भविष्य उज्ज्वल है। 2023 में हमने अन्य लोगों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया।

हमने ऐतिहासिक जी20 शिखर सम्मेलन में सराहनीय नेतृत्व का प्रदर्शन किया। हमारी अर्थव्यवस्था फल-फूल रही है, अगले 5 साल में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) दोगुना होकर 7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर होने की राह पर है।

मुझे यकीन है कि भारत दुनिया को नया आकार देने वाले बदलावों से लाभ उठाने के लिए तैयार हैं। खास तौर पर जेनेरिक AI हमारी पहुंच और असमानता की समस्याओं के लिए एक संभावित मारक है- बशर्ते हम सावधान रहें और सही नियम लागू करें।’

इस साल सबसे खास
चन्द्रशेखरन ने कहा कि भारत के लिए उत्साहजनक समाचारों वाले साल में चंद्रयान -3 की सफलता और वनडे क्रिकेट वर्ल्डकप में भारत की हार सबसे खास इंसीडेंट रहा।

  • चंद्रयान-की सफलता : चंद्रयान मिशन में हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर एक यान को सफलतापूर्वक उतारने वाले पहले देश बने। सिर्फ 600 करोड़ रुपए के निवेश के साथ हासिल की गई, इस अविश्वसनीय उपलब्धि ने देश और विदेश में प्रशंसा हासिल की और हमारा देश क्या कर सकता है, इसका समय पर प्रदर्शन पेश किया।’
  • वर्ल्डकप में भारतीय टीम का परफॉर्मेंस : वर्ल्डकप में भारतीय क्रिकेट टीम की फाइनल में हार बेहद निराशाजनक थी। कई भारतीयों की तरह मेरे पास 1983 और 2011 में वर्ल्डकप जीत की बहुत अच्छी यादें हैं, और बहुत बड़ी हैं। कपिल देव और एमएस धोनी के नेतृत्व वाली एकादश की प्रशंसा। लेकिन, फाइनल से पहले रोहित शर्मा की टीम ने जो क्रिकेट खेला, वह मेरे द्वारा देखी गई किसी भी चीज से अधिक नैदानिक ​​था।’ चन्द्रशेखरन ने कहा, ‘टीम का आत्मविश्वास और रवैया सक्रामक था और लचीलापन, तैयारी, मेंटल स्ट्रेंथ और कोलाबोरेशन के मूल्य में एक अद्भुत सबक था।’

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