Stop clock rule will be permanent in white ball cricket | व्हाइट बॉल क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक रूल होगा परमानेंट: अगला ओवर शुरू करने के लिए मिलेंगे 60 सेकेंड; गलती पर 5 रन की पेनल्टी

स्पोर्ट्स डेस्क48 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
वनडे और टी-20 क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक रूल परमानेंट किया जा रहा है। - Dainik Bhaskar

वनडे और टी-20 क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक रूल परमानेंट किया जा रहा है।

लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट यानी वनडे और टी-20 फॉर्मेट में स्टॉप क्लॉक रूल परमानेंट होने जा रहा है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने फैसला लिया कि दोनों फॉर्मेट में टाइम मैनेज करने के लिए इस रूल को अप्लाई किया जाएगा।

स्टॉप क्लॉक रूल में बॉलिंग टीम को पारी का अगला ओवर शुरू करने के लिए 60 सेंकेड का टाइम मिलेगा। ऐसा नहीं करने पर टीम पर पेनल्टी लग जाएगी। ICC के टी-20 वर्ल्ड कप के साथ यह रूल यूनिवर्सल हो जाएगा। यानी सभी तरह के व्हाइट बॉल क्रिकेट में इसे अप्लाई किया जाएगा।

हर तीसरी गलती पर 5 रन की पेनल्टी
फील्ड अंपायर 60 सेकेंड में ओवर शुरू करने के लिए 2 बार वॉर्निंग देगा। तीसरी बार गलती करने के बाद बॉलिंग टीम पर 5 रन की पेनल्टी लग जाएगी। फिर पारी में हर तीसरी गलती पर बॉलिंग टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगते जाएगी। यानी एक वनडे पारी में अगर किसी टीम ने 9 बार ओवर शुरू करने में 60 सेकेंड से ज्यादा का समय लिया तो बैटिंग टीम के खाते में 15 रन जुड़ जाएंगे।

स्टॉप क्लॉक रूल में बॉलिंग टीम को दूसरा ओवर शुरू करने के लिए 60 सेकेंड का टाइम मिलेगा।

स्टॉप क्लॉक रूल में बॉलिंग टीम को दूसरा ओवर शुरू करने के लिए 60 सेकेंड का टाइम मिलेगा।

थर्ड अंपायर शुरू करेगा टाइमर
ओवर खत्म होने पर मैदान में लगी टीवी स्क्रीन पर 60 सेकेंड का काउंटडाउन शुरू हो जाएगा। थर्ड अंपायर कंट्रोल रूम से इसे शुरू करेगा। 60 सेकेंड का टाइम पार होने पर फील्ड अंपायर फील्डिंग टीम के कप्तान को वॉर्निंग देगा और हर वॉर्निंग का ध्यान भी रखेगा।

यह बिलकुल उस तरह होगा, जैसे इन दिन DRS लेने के लिए दोनों ही टीमों को 15 सेकेंड का टाइम मिलता है। अपील होने के बाद थर्ड अंपायर स्टॉप क्लॉक शुरू कर देता है, जो मैदान की स्क्रीन पर नजर आती है। इसी को देखकर खिलाड़ी रिव्यू लेने के बारे में फैसला करते हैं।

टी-20 वर्ल्ड कप से परमानेंट होगा रूल
ICC ने फैसला किया है कि जून में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के साथ स्टॉप क्लॉक रूल परमानेंट हो जाएगा। अगर बैटर या DRS के कारण ओवर शुरू करने में देरी हुई तो अंपायर के पास स्टॉप क्लॉक को रोकने का अधिकार भी होगा। ताकि फील्डिंग टीम पर बगैर गलती के पेनल्टी न लगे।

दिसंबर में शुरू किया था टी-20 फॉर्मेंट में ट्रायल
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने दिसंबर 2023 में स्टॉप क्लॉक रूल का ट्रायल शुरू किया था। तब इसे टी-20 फॉर्मेट में ही अप्लाई किया गया। वेस्टइंडीज और इंग्लैंड ने इस रूल के साथ पहला मैच खेला। इस साल के अप्रैल तक रूल का ट्रायल होना था लेकिन अच्छे नतीजों को देखते हुए ICC ने मार्च से ही इसे परमानेंट करने का फैसला कर लिया।

ICC के बोर्ड मेंबर्स इस वक्त दुबई स्थित हेडक्वार्टर में मीटिंग कर रहे हैं। इसी मीटिंग में स्टॉप क्लॉक रूल को परमानेंट बनाने का फैसला किया गया। यह सिर्फ टी-20 ही नहीं ICC के वनडे फॉर्मेट में भी लागू होगा। दोनों ही फॉर्मेट में टाइम मैनेज करने के लिए इसे लाया गया। टेस्ट क्रिकेट में ओवर रेट पूरा नहीं करने पर टीमों के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पॉइंट्स काट लिए जाते हैं।

इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच दिसंबर में टी-20 मुकाबले के साथ स्टॉप क्लॉक रूल का ट्रायल शुरू हुआ था।

इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच दिसंबर में टी-20 मुकाबले के साथ स्टॉप क्लॉक रूल का ट्रायल शुरू हुआ था।

चैंपियंस ट्रॉफी के वेन्यू पर चर्चा नहीं
ICC की बोर्ड मीटिंग शुक्रवार को भी होगी। हालांकि क्रिकबज की रिपोर्ट अनुसार, मीटिंग में 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी के वेन्यू पर डिस्कशन नहीं होगा। टी-20 वर्ल्ड कप खत्म होते ही चैंपियंस ट्रॉफी का मुद्दा गरमाने लग जाएगा। क्योंकि टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को मिली है और 2 बार की चैंपियन टीम इंडिया ने पॉलिटिकल कारणों के चलते यहां जाने से मना कर दिया है।

भारत के मना करने के बाद ही पिछले एशिया कप को पाकिस्तानी की मेजबानी में श्रीलंका में कराना पड़ा था। भारत ने फाइनल समेत अपने सभी मैच श्रीलंका में ही खेले थे। टीम इंडिया ने टूर्नामेंट जीता भी था, जबकि मेजबान पाकिस्तान फाइनल में भी नहीं पहुंच सका था। .

खबरें और भी हैं…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *