आकांक्षा दीक्षित /दिल्लीः आज के इस दौर में हर किसी का सपना होता है, कि कुछ ऐसा काम करें जिससे उसे बड़ी पहचान मिल सके. आज मार्केट में कई तरह के बिजनेस आइडिया मौजूद हैं, लेकिन अधिकतर लोग सफल लोगों की देखा-देखी करते हुए उनकी तरह ही बिजनेस शुरू कर देते हैं. ऐसे में खुद की पहचान बनाना और सफलता पाना काफी मुश्किल हो जाता है. जिस तरह एक पेड़ को फल देने लायक बनाने के लिए खाद और पानी की जरूरत होती है, वैसे ही बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पैसे और यूनिक आइडिया की जरूरत होती है.
ऐसी ही एक बुलंदशहर की महिला हैं, जिन्होंने दिल्ली में आकर सिर्फ 500 रुपए से बिजनेस शुरू किया है. उनका यह बिजनेस इतना सफल हुआ कि आज वह करोड़ों रुपए कमा रही हैं. इस महिला का नाम कृष्णा यादव है, जो कि दिल्ली के नजफगढ़ में रहती हैं. आपको बता दें कि कृष्णा यादव का जन्म उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली है. कृष्णा और उनके पति गोवर्धन सिंह यादव का गाड़ियों का कारोबार था, जो ठप्प हो गया. इसके बाद आर्थिक तंगी के चलते लोगों देनदारों के तानें सुनने के लिए मिलने लगे.
500 रुपये उधार लेकर पहुंची दिल्ली
कृष्णा यादव ने बताया कि इन सबसे तंग आकर 500 रुपये उधार लेकर कृष्णा अपने परिवार के साथ दिल्ली आ गईं. इसके बाद, सड़क किनारे टेबल लगाकर, चंद डिब्बों के साथ अचार बेचने की शुरुआत की. शुरूआत में कृष्णा यादव एक छोटे से कमरे में अचार बनाया करती थीं और उनके पति सड़क किनारे एक स्टॉल लगाकर राहगीरों को अचार चखाते थे. किसी को अगर टेस्ट पसंद आता था, तो वह खरीदकर ले जाता था. कभी-कभी तो आधे दिन तक बिक्री तक नहीं होती थी. उन्होंने कहा उस समय मात्र 2 लोग काम करते थे लेकिन आज के समय में 80 महिलाएं चार इकाइयों में काम कर रही हैं. वहीं गांव की लगभग 7000 महिलाएं अप्रत्यक्ष रुप से काम कर रही हैं, जिससे वह भी लाभान्वित हो रही हैं.
किसानों को बीज देकर उगवाती सब्जी
कृष्णा यादव ने कहा कि किसानों को वह उच्च गुणवत्ता वाले बीज देकर खुद सब्जियां उगवाते हैं. उन्हीं सब्जियों का इस्तेमाल अचार बनाने के लिए किया जाता है. जो उत्पाद किसानों से उपलब्ध नहीं हो पाता, तो उसे वह मंडी से खरीदती हैं.
एक टीवी ने शो बदल दी पूरी तकदीर
कृष्णा दिल्ली में भी काम के तलाश में बहुत भटकीं, लेकिन कहीं काम नहीं मिला. तब उन्होंने लीज पर जमीन लेकर सब्ज़ियां उगाना शुरू किया और उसे बाज़ार में बेचने लगीं. हालांकि इससे भी उन्हें कोई बहुत फायदा नहीं हो रहा था. एक दिन दूरदर्शन पर ‘कृषि दर्शन’ प्रोग्राम देखते हुए उन्हें अचार बनाने की ट्रेनिंग के बारे में पता चला और उन्होंने तय किया कि वह भी अचार बनाने की ट्रेनिंग लेंगी, जिसके बाद उन्होंने 3 महीने की ट्रेनिंग ली.
कृष्णा यादव को मिले कई अवॉर्ड
1. कृष्णा यादव को 8 मार्च 2016 को भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से दिए जाने वाले नारी शक्ति सम्मान 2015 के लिए चुना गया.
2. 2014 में हरियाणा सरकार ने कृष्णा यादव को इनोवेटिव आइडिया के लिए राज्य की पहली चौंपियन किसान महिला अवार्ड से सम्मानित किया था.
3. इससे पहले उन्हें सितंबर 2013 में वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें किसान सम्मान के रूप में 51 हजार रुपए का चेक दिया था.
4. 2010 में राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने भी एक कार्यक्रम के तहत कृष्णा यादव को बुलाकर उनकी सफलता की कहानी सुनी थी.
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FIRST PUBLISHED : March 29, 2024, 16:11 IST