SpiceJet will buy bankrupt airline GoFirst | कंपनी ने कहा- इससे मजबूत एयरलाइन बनाने में मदद मिलेगी, शेयर एक साल के हाई पर पहुंचा

मुंबई14 घंटे पहले

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स्पाइसजेट ने कंफर्म कर दिया है कि वो बैंकरप्ट एयरलाइन गोफर्स्ट का टेकओवर करना चाहती है। BSE फाइलिंग में मंगलवार 19 दिसबंर को कंपनी ने इसकी जानकारी दी। इस खबर के बाद स्पाइसजेट का शेयर 5% से ज्यादा मजबूत होकर 69.20 पर एक साल के हाई पर पहुंच गया।

कंपनी का मानना ​​है गोफर्स्ट और स्पाइसजेट के कॉम्बिनेशन से एक मजबूत एयरलाइन बनाने में मदद मिलेगी। स्पाइसजेट के बोर्ड ने हाल ही में 2,254 करोड़ रुपए पूंजी जुटाने की मंजूरी दी थी। ये पूंजी वित्तीय संस्थानों, FIIs, HNIs और प्राइवेट इन्वेस्टर्स को शेयर जारी कर जुटाई जाएगी।

CMD अजय सिंह ने गोफर्स्ट के RP को लिखा पत्र
CNBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्पाइसजेट के CMD अजय सिंह ने गोफर्स्ट के रेजोल्यूशन प्रोफेशनल (RP) शैलेन्द्र अजमेरा को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने एयरलाइन के लिए बोली लगाने में रुचि व्यक्त की है।

तीन कंपनियों ने गो फर्स्ट खरीदने में रुचि दिखाई
इससे पहले सोमवार को खबर आई थी कि गो फर्स्ट को खरीदने के लिए तीन कंपनियों ने रुचि दिखाई है। इनमें देश की बजट एयरलाइन स्पाइसजेट, अफ्रीका की सैफ्रिक इन्वेस्टमेंट्स और शारजाह की एविएशन कंपनी स्काई वन शामिल हैं।

गो फर्स्ट को खरीदने के लिए बोली लगाने की आखिरी तारीख 22 नवंबर 2023 थी, लेकिन तब तक किसी ने भी इसे खरीदने की इच्छा नहीं जताई थी। अब जब तीन कंपनियों ने एयरलाइंस को खरीदने की इच्छा जताई है तो उम्मीद जताई जा रही है कि बोली की तारीख बढ़ाई जा सकती है।

एयरलाइन पर लेंडर्स का 6,521 करोड़ रुपए बकाया
गो फर्स्ट पर अपने लेंडर्स का 6,521 करोड़ रुपए बकाया है। एक्यूइट रेटिंग्स एंड रिसर्च ने 19 जनवरी की रिपोर्ट में कहा था कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का सबसे ज्यादा 1,987 करोड़ रुपए का एक्सपोजर था, इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा का 1,430 करोड़ रुपए, डॉयचे बैंक का 1,320 करोड़ रुपए और IDBI बैंक का 58 करोड़ रुपए बकाया था।

3 मई से बंद है गो फर्स्ट एयरलाइंस की फ्लाइट्स
गो फर्स्ट ने 2 मई को बताया था कि वो 3, 4 और 5 मई के लिए अपनी सभी फ्लाइट कैंसिल कर रही है। इसके बाद से गो फर्स्ट लगातार फ्लाइट्स सस्पेंड करने की तारीख आगे बढ़ा रही है।

इंजन सप्लाई नहीं होने से बंद करने पड़े ऑपरेशन
एयरलाइन का दावा है कि वो इंजनों की सप्लाई नहीं होने से उसे अपने ऑपरेशन बंद करने पड़े हैं। अमेरिका के एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर प्रैट एंड व्हिटनी (PW) को गो फर्स्ट को इंजन की सप्लाई करनी थी, लेकिन उसने समय पर इसकी सप्लाई नहीं की। ऐसे में गो फर्स्ट को अपनी फ्लीट के आधे से ज्यादा एयरक्राफ्ट ग्राउंडेड करने पड़े। इससे उसे भारी नुकसान हुआ।

फ्लाइट नहीं उड़ने के कारण उसके पास कैश की कमी हो गई और फ्यूल भरने के लिए भी पैसे नहीं बचे। एयरलाइन के A20 नियो एयरक्राफ्ट में इन इंजनों का इस्तेमाल होता है। एयरलाइन के CEO कौशिक खोना का दावा है कि इंजन की खराबी से कंपनी को बीते तीन साल में 1.1 बिलियन डॉलर, यानी करीब 8.9 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

2005 में मुंबई से अहमदाबाद के लिए उड़ी थी पहली फ्लाइट
गो फर्स्ट वाडिया ग्रुप की बजट एयरलाइन है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार 29 अप्रैल 2004 को गो फर्स्ट की शुरुआत हुई थी। नवंबर 2005 में मुंबई से अहमदाबाद के लिए पहली फ्लाइट ऑपरेट की। एयरलाइन के बेड़े में 59 विमान शामिल हैं।

इनमें से 54 विमान A320 NEO और 5 विमान A320 CEO हैं। गो फर्स्ट 35 डेस्टिनेशन के लिए अपनी फ्लाइट ऑपरेट करता है। इसमें से 27 डोमेस्टिक और 8 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन शामिल हैं। एयरलाइन ने साल 2021 में अपने ब्रांड नाम को गो एयर से बदलकर गो फर्स्ट कर दिया था।

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