देश हर घंटे होते हैं 53 हादसे, कार-बाइक चलाते समय इन बातों का ध्यान रखें

नई दिल्ली12 घंटे पहले

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सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। यही समय होता है, जब कोहरे की वजह से गाड़ी ड्राइव करने वाले लोगों को विजिबिलिटी की समस्या से जूझना पड़ता है। हमें घर से निकलते वक्त खासकर कोहरे के समय एहतियात बरतना चाहिए।

रोड एक्सीडेंट्स इन इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर घंटे करीब 53 सड़क हादसे होते हैं। इन हादसों में साल-2022 में 1,68,491 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। साल 2022 के दौरान देश में कुल 4,61,312 सड़क हादसे हुए थे, जिनमें 1,68,491 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, करीब 4.43 लोग इन हादसों में जख्मी हुए थे।

रिपोर्ट के अनुसार, जहां देश में 2022 के दौरान कोहरा और धुंध भरे वातावरण में 34,262 हादसे हुए हैं, वहीं साफ दिन में इनकी संख्या 3,42,516 दर्ज की गई थी, वहीं बारिश के मौसम में करीब 38,329 हादसे हुए थे। इसी तरह 1,19,585 लोगों की मौत साफ दिनों के दौरान हुई थी।

कोहरे में गाड़ी चलाने से पहले इन बातों का ध्यान रखें

  • कोहरे में अगर आप बाइक या कार लेकर घर से निकल रहे हैं, तो अपनी गाड़ी की हेडलाइट को अपर मोड पर रखें।
  • कोहरे में गाड़ी चलाते वक्त स्पीड 40kmph से ज्यादा नहीं होना चाहिए। क्योंकि, तेज स्पीड में गाड़ी को रोकना मुश्किल होता है, जिस वजह से एक्सीडेंट हो सकता है।
  • घर से निकलते वक्त यह सुनिश्चित करें कि कार और बाइक सभी लाइटें प्रोपर ऑन हो रही हैं या नहीं। बाइक चलाते वक्त खासकर ब्रेक लाइट और इंडीकेटर का इस्तेमाल करें।
  • कोहरे में कार या बाइक ड्राइव करते वक्त पार्किंग लाइट भी चालू रखें। इससे आगे और पीछे से आ रही गाड़ी के ड्राइवर को आपकी गाड़ी देखने में आसानी होती है।
  • गाड़ियों में रिफ्लेक्टर बेल्ट का लगा होना जरूरी है। खासकर ट्रक और ट्रेक्टर पर लगा होना चाहिए। क्योंकि यह लोडिंग वाहनों में शामिल होते हैं और कहीं पर पार्क कर दिए जाते हैं। अगर इन पर रिफ्लेक्टर बेल्ट लगा होगा तो बाइक और कार ड्राइवर को यह आसानी से नजर आ जाते हैं।
  • अगर आप ऑफिस, दुकान खोलने या दूसरे काम के लिए सुबह-सुबह जा रहे हैं, तो इसके लिए टाइम मैनेजमेंट जरूरी है। अगर समय से पहले घर से निकलेंगे तो रश ड्राइविंग नहीं करेंगे। इससे हादसे का खतरा कम हो जाता है।
  • कोहरे के समय बायपास, सुपर-कॉरिडोर या नेशनल हाइवे पर गाड़ी चलाते वक्त हमें लेन सिस्टम के बारे में जानकारी होना जरूरी है। अगर आप थ्री लेन रोड पर गाड़ी चला रहे हैं, तो यह पता होना चाहिए कि किस लेन पर कौन-सी गाड़ी चलाना है।
  • लेन 1 ट्रक या बड़ी गाड़ियों के लिए होते हैं। इसमें ड्राइवर यह मानकर चलते है कि उनके लेन पर कोई दूसरा वाहन नहीं आएगा। इस समय इन गाड़ियों की स्पीड 80 किमी होती है। वहीं लेन-2 (सेंट्रल लेन) पर कार को चलाना चाहिए, इसकी स्पीड 40-60 किमी के बीच रखना चाहिए और लेन-3 जो सड़क के लेफ्ट साइड में होता है, उस पर बाइक या टू व्हीलर वाहन चलाना चाहिए। इसकी स्पीड 40 से ऊपर नहीं होना चाहिए।

सही लेन पर ड्राइव करें और सभी लाइट चालू रखें
कोहरे के समय आप अगर कार से सफर कर रहे हैं। तो सावधानी बरतना जरूरी होती है। इस दौरान हमें रश ड्राइविंग से बचना चाहिए। हैडलाइट को हमेशा अपर साइड पर चालू रखना चाहिए। अगर ओवरटेक कर रहे हैं तो अपर मोड का इस्तेमाल करें।

अगर सामने से किसी गाड़ी को क्रॉस कर रहे हैं तो हैडलाइट को डिपर करें। अक्सर हाईवे पर बड़े वाहन अपर-डिपर से इंस्ट्रक्शन समझते हैं। उन्हें कई बार हॉर्न नहीं सुनाई देता है। इसके अलावा अगर हम हाईवे पर सफर कर रहे हैं तो हमें लेन सिस्टम का पालन करना चाहिए। कार में बैठते वक्त सीट बेल्ट जरूर लगाएं, जिससे पावर ब्रेक लगाने में आसानी होती है।

धीमे बाइक चलाएं, इंडीकेटर का उपयोग करते रहें
एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप बाइक से जा रहे हैं तो सबसे पहले हेलमेट, ग्लव्स पहने। वहीं घर से समय से निकले, जिससे रश ड्राइविंग करना न पड़े। गाड़ी की स्पीड स्लो रखें और रोड के लेफ्ट साइड में गाड़ी चलाएं। वहीं बड़े वाहनों को ओवरटेक करने से बचें। इसके अलावा टर्न लेते वक्त इंडीकेटर का इस्तेमाल करते रहें।

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