Ranji Trophy | धोनी के हुकुम के इक्के ने मचाया तुफान, 11 वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए जड़ा शतक; 78 साल बाद हुआ ‘ये’ करिश्मा

Century from Tushar Deshpande batting at No.11 in ranji trophy

तुषार देशपांडे (PIC Credit: X)

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नवभारत स्पोर्ट्स डेस्क: अक्सर क्रिकेट (Cricket) में कई रिकॉर्ड टूटते और बनते हैं। लेकिन, इस बार हम आपको एक ऐसे रिकॉर्ड के बारे में बता रहे हैं, जिसे  जानकार आप भी हैरान रह जाएंगे। रणजी के मौजूदा सीजन (Ranji Trophy 2023-24) में क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले जा रहे हैं और आज मुंबई के दो निचले क्रम के बल्लेबाजों ने ऐसा कारनामा किया है, जो फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सिर्फ दूसरी बार देखने को मिला है। मुंबई के ऑलराउंडर खिलाड़ी तनुश कोटियन (120) और तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे (123*) ने इतिहास रच दिया। 

तनुश कोटियन और तुषार देशपांडे ने रचा इतिहास 

दरअसल, तनुश कोटियन और तुषार देशपांडे ने बड़ौदा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में शतक जड़ा है। फर्स्ट क्लास इतिहास में ऐसा करने वाली यह केवल दूसरी नंबर 10 और 11 की जोड़ी है। दूसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले के चौथे दिन के स्कोर 379/9 से मुंबई की पारी को आगे बढ़ाते हुए तनुष कोटियन और तुषार देशपांडे ने बड़ौदा के गेंदबाजों को जमकर धोया। 

78 साल बाद हुआ करिश्मा 

कोटियन ने सबसे पहले 115 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। जबकि पीछे से आ रहे देशपांडे ने भी 112 गेंदों में सेंचुरी जड़ दी। इन दोनों ने पहली बार अपने-अपने फर्स्ट क्लास करियर में शतक बनाया है। इस जोड़ी ने चंदू सरवटे और शुते बनर्जी के बाद एक ही पारी में नंबर 10 और नंबर 11 के रूप में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शतक जड़ा है। सरवटे और बनर्जी ने 1946 में ओवल में सरे बनाम इंडियंस मैच में यह कारनामा किया था। जिसका मतलब है कि 78 सालों बाद फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यह देखने मिला है। 

 232 रन की साझेदारी 

कोटियन-देशपांडे की साझेदारी ने 232 रन की रही। यह तीसरा मौका रहा जब किसी भारतीय जोड़ी ने आखिरी विकेट के लिए 200 से ज़्यादा रन की साझेदारी की है। हालांकि ये दोनों रणजी ट्रॉफी में आखिरी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड तोड़ने से एक रन से चूक गए। इसके अलावा तुषार देशपांडे नंबर 11 पर बल्लेबाजी करते हुए प्रथम श्रेणी शतक बनाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने किसी भारतीय नंबर 11 बल्लेबाज द्वारा उच्चतम फर्स्ट क्लास स्कोर दर्ज करने के मामले में बनर्जी के 121 को पीछे छोड़ आगे निकले हैं। 

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ड्रॉ की तरफ जा सकता मुकाबला 

जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई ने अपनी दूसरी पारी में 569 का विशाल स्कोर बनाया है। ऐसे में अब बड़ौदा को जीत के लिए 606 रन की जरूरत है। ऐसे में अंतिम दिन होने की वजह से बड़ौदा के पास लक्ष्य हासिल करने का कोई मौका नहीं है, ऐसे में अगर मुंबई विकेट लेने में सफल नहीं होती, तो फिर मुकाबला ड्रॉ हो सकता है। 

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