
बॉलीवुड की मशहूर सिंगर पलक मुच्छल ने 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले एक भक्ति गीत ‘जय श्री राम’ गाया है. इस गाने को दर्शक काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

राम गीत के बारे में बात करते हुए पलक ने एएनआई संग बात करते हुए कहा, “इस भजन को गाने का कारण यह नहीं था कि मुझे इस गाने के लिए कितना रिस्पॉन्स मिलेगा… यह मेरी अभिव्यक्ति है. जब मैं एक बच्चे के रूप में सुबह उठती थी, तो मेरे परिवार वाले गुड मॉर्निंग के बजाय राम राम कहते थे.

उन्होंने कहा, मैं राम जी की एक भक्त हूं और मैं यह भजन, जो हाल ही में रिलीज हुआ है, लंबे समय से मंदिर में गाते आ रही हूं, जब मैं अपने दादाजी के साथ पूजा किया करती थी.”
#WATCH | On her latest bhajan 'Jai Shree Ram', singer Palak Muchhal says, "This bhajan is an expression of my 'bhakti'. I may visit Ayodhya on 22nd January." pic.twitter.com/fSeT3NKt1r
— ANI (@ANI) January 17, 2024

उन्होंने आगे कहा, “मैंने यह भजन बहुत समय पहले लिखा था, लेकिन मुझे अपने प्यार को सभी राम प्रशंसकों के साथ साझा करने के लिए मजबूर होना पड़ा, खासकर जब से पूरा देश राम जी के नाम से मंत्रमुग्ध है. यह मेरी भक्ति को व्यक्त करता है.”

पलक ने आगे कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि सभी राम भक्त इस भावना से जुड़ रहे हैं. कुछ लोग जो सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं, वे इसे ध्यान के माध्यम के रूप में उपयोग कर रहे हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि उन्हें सुनने के बाद नई ऊर्जा और प्रेरणा मिल रही है.”

उन्होंने कहा, ”कुछ लोग इसे सुबह से लेकर रात तक सुन रहे हैं. अगर यह भजन भक्ति भाव व्यक्त करने में सफल हो गया तो मैं मानती हूं कि इसका उद्देश्य पूरा हो गया है.”

पलक ने यह भी कहा है कि उनका 22 जनवरी को अयोध्या जाने का प्लान है. बॉलीवुड गायिका ने ‘चाहूं में या ना’, ‘धोखा धड़ी’, ‘प्रेम रतन धन पायो’ जैसे प्रसिद्ध ट्रैक दिए हैं.

अयोध्या में राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर 23 जनवरी से आम जनता के दर्शन के लिए खुला रहेगा.

उन्होंने कहा, “प्राण प्रतिष्ठा’ दोपहर 1 बजे तक समाप्त होने की उम्मीद है. इस अवसर पर मौजूद पीएम मोदी और अन्य लोग समारोह के बाद अपने विचार व्यक्त करेंगे. परंपरा के अनुसार, नेपाल के जनकपुर और मिथिला के इलाकों से 1,000 टोकरियों में उपहार आए हैं. 20 और 21 जनवरी को मंदिर जनता के लिए बंद रहेंगे.”