Parliament Winter Session: संसद की सुरक्षा में 13 दिसंबर को हुई चूक को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा हुआ है. इस मुद्दे पर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. संसद के दोनों सदनों से विपक्षी सांसदों को भी निलंबित किया गया है. इस मुद्दे पर भी विपक्ष खासा नाराज है. मंगलवार (19 दिसंबर) को विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी और सांसदों के निलंबन को लेकर सवाल उठाया. उन्होंने संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर भी नारेबाजी की.
संसद में चल रहे हंगामे के बीच सुप्रिया सुले, दानिश अली, मनीष तिवारी, शशि थरूर समेत विपक्ष के 49 लोकसभा सांसदों को शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया. इस तरह संसद से अब तक 141 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किया जा चुका है. शीतकालीन सत्र की शुरुआत 4 दिसंबर से हुई. इस दौरान पिछले गुरुवार 14 सांसद, सोमवार को 78 और मंगलवार को 49 सांसदों को सस्पेंड किया गया. वर्तमान शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर को खत्म होने वाला है.
देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बीजेपी पर लोकतांत्रिक नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि सांसदों के निलंबन के जरिए बीजेपी आराम से महत्वपूर्ण विधेयकों को बिना किसी रोकटोक पास करवा रही है. कांग्रेस ने कहा कि सांसदों को निलंबित करके निरंकुश मोदी सरकार के जरिए लोकतांत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में फेंक दिया जा रहा है. लोकसभा और राज्यसभा को हंगामे के बाद मंगलवार को स्थगित कर दिया गया.
वहीं, बुधवार (20 दिसंबर) को संसद के शीतकालीन सत्र के भी हंगामेदार रहने की उम्मीद है. विपक्षी सांसदों की तरफ से इस मुद्दे पर जमकर नारेबाजी किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. संसद की सुरक्षा में पिछले हफ्ते हुई चूक का मामले पर विपक्ष की मांग है कि सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोनों को आकर बयान देना चाहिए. इसी मुद्दे पर इतना ज्यादा हंगामा किया जा रहा है. सांसदों के निलंबन के बाद तो विवाद और भी ज्यादा बढ़ गया है.