#WATCH | On the resignation of Election Commissioner Arun Goel, Rajya Sabha MP Kapil Sibal says, “It surely is (surprising). If at the cusp of an election, which is just a couple of months away, you resign – obviously there is something serious on the basis of which he must have… pic.twitter.com/9JaZIQzBvN
— ANI (@ANI) March 10, 2024
सिब्बल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “वे आयोग को अपने ही लोगों से भर देंगे जैसा कि उन्होंने पहले भी किया है। चुनाव कार्यक्रम को सत्तारूढ़ दल के हित के अनुरूप बनाया जाएगा। हमने इससे पहले भी देखा है जब भाजपा के लोगों द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले भाषणों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। किसी विपक्षी सदस्य द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने पर उन्हें तुरंत नोटिस दे दिया जाता है। हम इस आयोग के व्यवहार को जानते हैं, इसलिए हमें इनसे कोई अपेक्षा नहीं है।”
#WATCH | On the resignation of Election Commissioner Arun Goel, Rajya Sabha MP Kapil Sibal says, “…They will pack the Commission with their own people as they have done in the past. Therefore, the Election schedule, the phases of the election, all aspects of the election will… pic.twitter.com/XCstTue1MF
— ANI (@ANI) March 10, 2024
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने भी अरुण गोयल के इस्तीफे पर भाजपा पर तंज कसा है। टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने कहा, “भाजपा बंगाल विरोधी और बंगाली विरोधी है। यह बाहरी लोगों और जमीनदारों की पार्टी है। बंगाल के लिए फंड भी बंद कर दिया गया है। केवल बंगाल में ही केंद्रीय बलों को भेजा जा रहा है, गुजरात और उत्तर प्रदेश में नहीं भेज रहे हैं। चुनाव से पहले ही चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया। इससे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के बारे में क्या संदेश जाता है? टीएमसी आपको बंगाल में आकर हमारे वोट लूटने नहीं देगी।”
#WATCH | TMC MP Sagarika Ghosh says, “BJP is anti-Bengal and anti-Bengali. It is a party of outsiders and ‘zamindars’. Funds to Bengal have been stopped. Trains in Bengal have been stopped. Central forces are only sent to Bengal, not to Gujarat or UP. Now on the eve of elections,… pic.twitter.com/QEfO31Mtcf
— ANI (@ANI) March 10, 2024
क्या है इस्तीफा देने का कारण
सूत्रों के मुताबिक, गोयल ने निजी कारणों से इस्तीफा देने की बात कही है। सरकार की तरफ से उन्हें इस्तीफा नहीं देने के लिए मनाने की भी कोशिश हुई, लेकिन वह नहीं माने। सूत्रों का दावा है कि पांच मार्च को गोयल सेहत का हवाला देते हुए कोलकाता दौरा बीच में छोड़ आए थे। आठ मार्च को उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव के साथ चुनाव में केंद्रीय बलों की तैनाती के संबंध में बैठक में हिस्सा लिया था। इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार भी थे। कुछ रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि ‘विभिन्न मुद्दों पर मतभेद’ थे, जिसके कारण इस्तीफा दिया गया है।