नई दिल्ली3 घंटे पहले
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लाइव इवेंट में ओला इलेक्ट्रिक के CEO भाविश अग्रवाल।
ओला कैब और इलेक्ट्रिक के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने आज यानी 15 दिसंबर को भारत का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल ‘कृत्रिम’ लॉन्च किया। ये मॉडल OpenAI के चैटबोट चैटजीपीटी और गूगल के बार्ड को टक्कर देगा।
लॉन्च इवेंट के दौरान, अग्रवाल ने कृत्रिम से पावर्ड AI चैटबॉट दिखाया जो चैटजीपीटी और बार्ड की तरह सवालों के जवाब देता है। यह 22 भारतीय भाषाओं को समझ सकता है और हिंदी, तेलुगु, मराठी जैसी 10 भाषाओं में टेक्स्ट तैयार कर सकता है।
भाविश अग्रवाल ने बताया कि अभी www.olakrutrim.com पर जाकर चैटबोट के लिए साइन अप कर सकते हैं। इसका अर्ली एक्सेस आज से ही बैचेज में मिलना शुरू हो जाएगा। अगले महीने के आखिर से ये सभी के लिए अवेलेबल होगा।
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लॉन्च इवेंट के दौरान भाविश अग्रवाल (बाएं) और उनकी टीम।
कृत्रिम प्रो अगले साल की शुरुआत में लॉन्च होगा
कृत्रिम दो साइज में आएगा। बेस मॉडल, जिसे 2 ट्रिलियन टोकन और यूनीक डेटासेट पर ट्रेन किया गया है। बातचीत में इस्तेमाल होने वाले सबवर्ड को टोकन कहा जाता है। वहीं लार्जर मॉडल का नाम कृत्रिम प्रो है। इसे अगली तिमाही में लॉन्च किया जाएगा।
भारतीय भाषा और डेटा पर बनाया गया है
नया टूल ‘भारत का पहला फुल-स्टैक AI’ के रूप में कैटगराइज किया गया है। कंपनी का दावा है कि कृत्रिम स्थानीय भारतीय ज्ञान, भाषाओं और डेटा पर बनाया गया है। अग्रवाल ने इस टूल को सभी के लिए फायदेमंद बताया है। हालांकि अभी ये क्लियर नहीं है कि किस तरह ये टूल काम करेगा और क्या-क्या सुविधाएं आम लोगों को देगा।
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भाविश अग्रवाल ने अपने AI मॉडल का डेमो दिया। चैटबोट से एक सवाल पूछा गया जिसका जवाब उसने दिया।
लार्ज लैंगवेज मॉडल है कृत्रिम
कृत्रिम एक लार्ज लैंगवेज मॉडल (LLM) है। LLM एक डीप लर्निंग एल्गोरिदम है। इन्हें बड़े डेटासेट का इस्तेमाल करके ट्रेन किया जाता है। इसीलिए इसे लॉर्ज कहते हैं। यह उन्हें ट्रांसलेट करने, प्रेडिक्ट करने के अलावा टेक्स्ट और अन्य कंटेंट को जनरेट करने में सक्षम बनाता है।
लॉर्ज लैंगवेज मॉडल को न्यूरल नेटवर्क (NNs) के रूप में भी जाना जाता है, जो मानव मस्तिष्क से प्रेरित कंप्यूटिंग सिस्टम हैं। लार्ज लैंगवेज मॉडल को प्रोटीन संरचनाओं को समझने, सॉफ्टवेयर कोड लिखने जैसे कई कामों के लिए ट्रेन किया जा सकता है।
भाविश ने अप्रैल में बनाई थी AI कंपनी
भाविश अग्रवाल ने अप्रैल 2023 में कत्रिम एसआई डिजाइन्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी बनाई थी। अग्रवाल के अलावा, कृष्णमूर्ति वेणुगोपाला टेनेटी कंपनी के एकमात्र अन्य डायरेक्टर हैं। दिलचस्प बात यह है कि टेनेटी अग्रवाल की अन्य कंपनियों – ओला कैब्स और ओला इलेक्ट्रिक में भी डायरेक्टर हैं।
2022 में ChatGPT को पब्लिकली अनवील किया था
सबसे पहले OpenAI ने नवंबर 2022 में दुनिया के लिए ChatGPT अनवील किया था। इस AI टूल ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। म्यूजिक और पोएट्री लिखने से लेकर निबंध लिखने तक, ChatGPT बहुत सारे काम कर सकता है। यह एक कन्वर्सेशनल AI है। एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो आपको इंसानों की तरह जवाब देता है।
ChatGPT पर आप किस तरह के सवाल पूछ सकते हैं?
इससे आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। यानी ईमेल लिखने से लेकर CV तक आप इससे बनवा सकते हैं। रील या अपनी वीडियो कैसे वायरल करना है, इसका भी जवाब ChatGPT देता है। वाइफ को क्या गिफ्ट दें, इस पर भी ChatGPT आपको सुझाव देता है।
ChatGPT लंबे जवाब की बजाय छोटे और सटीक शब्दों पूरी जानकारी देता है। किसी स्टूडेंट को डेमोक्रेसी पर एसे यानी निबंध लिखना है तो वह तुरंत ChatGPT पर टाइप करेगा Write an essay on democracy। इसके बाद आपके सामने पूरा एसे लिखा हुआ आ जाएगा।
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मोदी बोले- Al टूल्स आतंकियों के हाथ लगना खतरनाक:21वीं सदी में विकास और तबाही दोनों का टूल बन सकता है, GPAI समिट की शुरुआत
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 21वीं सदी में विकास का सबसे बड़ा टूल बन सकता है और इस सदी को तबाह करने में भी सबसे बड़ी भूमिका निभा सकता है। डीपफेक का चैलेंज आज पूरी दुनिया के सामने है। इसके अलावा आतंकियों के हाथ में Al टूल्स के आने का भी बहुत बड़ा खतरा है। हमें AI के इथिकल यूज के लिए मिलकर ग्लोबल फ्रेमवर्क तैयार करना होगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ग्लोबल पार्टनरशिप इवेंट (GPAI समिट-2023) में आज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बात कही। ये इवेंट नई दिल्ली के प्रगति मैदान पर भारत मंडपम में 14 दिसंबर तक चलेगा। GPAI समिट-2023 इवेंट के लिए पीएम मोदी ने देश की जनता को इनवाइट किया है। AI समिट में दुनिया के करीब 28 देश शामिल हुए हैं।
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