Odisha Senior Bjp Leaders Once Again Left For Delhi Amid Alliance Suspense – Amar Ujala Hindi News Live – Odisha:बीजद के साथ गठबंधन पर सस्पेंस के बीच दिल्ली बुलाए गए भाजपा नेता, सामल बोले

Odisha senior BJP leaders once again left for Delhi amid Alliance Suspense

प्रदेशाध्यक्ष मनमोहन सामल।
– फोटो : ANI

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ओडिशा में सत्तारूढ़ दल बीजद और भाजपा के बीच गठबंधन को लेकर अब भी कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच एक बार फिर भाजपा हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल और प्रदेश चुनाव प्रभारी विजयपाल सिंह तोमर सहित राज्य के वरिष्ठ नेताओं को चर्चा के लिए नई दिल्ली बुलाया है।  पिछली बार नई दिल्ली से वापस आकर सामल ने कहा था कि गठबंधन पर कोई बात नहीं हुई है। भाजपा कुल 21 लोकसभा सीट और कुल 147 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। 

सीट आवंटन पर चर्चा: सामल 

नई दिल्ली जाते वक्त हवाईअड्डे पर सामल ने कहा कि पार्टी के राज्य नेताओं की एक टीम चुनाव पर केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक करने जा रही है। हम सीट आवंटन पर चर्चा करेंगे। बैठक में सभी 147 विधानसभा सीटों और 21 लोकसभा क्षेत्रों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। उम्मीदवारों के बारे में भी बात की जाएगी। गठबंधन पर चर्चा के सवाल पर सामल ने कहा इस बारे में कुछ भी कहना मेरी ओर से समझदारी नहीं होगी। 

बीजद प्रमुख का सामने आया था वीडियो

बीजद प्रमुख नवीन पटनायक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शनिवार को सामने आया, जिसमें वे अपने सहयोगी और बीजद के वरिष्ठ नेता वीके पांडियन के साथ बात कर रहे थे। वीडियो में पांडियन ने पटनायक से पूछा कि सर राजनीतिरे सबतु खरप जिनिसा कान (सर राजनीति में सबसे बुरी चीज क्या है)? इस पर पटनायक ने कहा कि गुजाब (अफवाह) और मिच्छा कथा (झूठ)। 

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बयान से चर्चाओं को लगी थी लगाम

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल वरिष्ठ नेताओं के साथ शुक्रवार को नई दिल्ली से भुवनेश्वर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हुई और हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। हम आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर केंद्रीय नेताओं के साथ चर्चा करने नई दिल्ली गए थे। बैठक के दौरान किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन या सीट-बंटवारे को लेकर बात नहीं हुई है। सामल का दावा है कि भाजपा ओडिशा के दोनों चुनाव जीतने में समर्थ है। हम दोनों चुनाव अकेले लड़ेंगे।  सूत्रों की मानें तो, बीजद और भाजपा के बीच गठबंधन तय ही हो चुका था लेकिन सीट बंटवारे के कारण पेंच फंस गया। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की मानें तो बीजद लगभग 75 प्रतिशत विधानसभा सीटें मांग रही थी और हमें यह स्वीकार्य नहीं था। 

सीटों का ऐसा है गणित

बीजद के सूत्रों की मानें तो भाजपा कुल 147 विधानसभा सीटों में से 55 सीटों की मांग कर रही है। वहीं, 112 सीटे पर कब्जा की हुई बीजद 112 सीटें खुद के पास रखकर 35 सीटें भाजपा को देना चाह रही है। हालांकि, बीजद नेता सस्मिता पात्रा का दावा है कि हम इस बार 120 सीटों पर जीत हासिल करेंगे। वहीं, भाजपा 21 लोकसभा सीटों में से 14 सीटें मांग रही है लेकिन बीजद 10 लोकसभा सीटें देना चाहती है। फिलहाल भाजपा का ओडिशा की आठ लोकसभा सीटों पर कब्जा है।




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