नई दिल्ली7 घंटे पहले
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नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) ₹3 लाख करोड़ के मार्केट कैप को पार करने वाली तीसरी सरकारी कंपनी बन गई है। आज NTPC के शेयर ने 312.50 रुपए का ऑल टाइम हाई बनाया।
हालांकि, बाद में शेयर थोड़ा नीचे आया और 2.11% की तेजी के साथ 309.60 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। अभी कंपनी का मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रुपए है। इस साल जनवरी से एनटीपीसी के शेयर में करीब 90% की तेजी देखने को मिली है।
Q2F24 में NTPC को ₹4,726.40 करोड़ का मुनाफा हुआ
NTPC को Q2FY24 यानी जुलाई-सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 38% बढ़कर 4,726.40 का मुनाफा हुआ है। एक साल पहले Q2FY23 में कंपनी को ₹3,417.67 करोड़ का मुनाफा हुआ था।
एक महीने पहले कंपनी ने नतीजे जारी करते हुए बताया था कि सितंबर तिमाही में कंपनी की टोटल इनकम बढ़कर ₹45,384.64 करोड़ हो गई है। यह एक साल पहले इसी तिमाही में ₹44,681.50 करोड़ थी।
मार्केट कैपिटलाइजेशन क्या होता है?
मार्केट कैप किसी भी कंपनी के टोटल आउटस्टैंडिंग शेयरों यानी वे सभी शेयर, जो फिलहाल उसके शेयरहोल्डर्स के पास हैं, की वैल्यू है। इसका कैलकुलेशन कंपनी के जारी शेयरों की टोटस नंबर को स्टॉक की प्राइस से गुणा करके किया जाता है।
मार्केट कैप का इस्तेमाल कंपनियों के शेयरों को कैटेगराइज करने के लिए किया जाता है ताकि निवेशकों को उनके रिस्क प्रोफाइल के अनुसार उन्हें चुनने में मदद मिले। जैसे लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियां।
मार्केट कैप = (आउटस्टैंडिंग शेयरों की संख्या) x (शेयरों की कीमत)
मार्केट कैप कैसे काम आता है?
किसी कंपनी के शेयर में मुनाफा मिलेगा या नहीं इसका अनुमान कई फैक्टर्स को देख कर लगाया जाता है। इनमें से एक फैक्टर मार्केट कैप भी होता है। निवेशक मार्केट कैप को देखकर पता लगा सकते हैं कि कंपनी कितनी बड़ी है।
कंपनी का मार्केट कैप जितना ज्यादा होता है उसे उतनी ही अच्छी कंपनी माना जाता है। डिमांड और सप्लाई के अनुसार स्टॉक की कीमतें बढ़ती और घटती है। इसलिए मार्केट कैप उस कंपनी की पब्लिक पर्सीवड वैल्यू होती है।
मार्केट कैप कैसे घटता-बढ़ता है?
मार्केट कैप के फॉर्मूले से साफ है कि कंपनी की जारी शेयरों की कुल संख्या को स्टॉक की कीमत से गुणा करके इसे निकाला जाता है। यानी अगर शेयर का भाव बढ़ेगा तो मार्केट कैप भी बढ़ेगा और शेयर का भाव घटेगा तो मार्केट कैप भी घटेगा।