Modern Farming Boost: उत्तर प्रदेश में किसानों को आधुनिक खेती की ओर प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ग्रीन हाउस और पॉली हाउस जैसी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. इन तकनीकों की मदद से किसान अब मौसम के अनुकूल न होने के बावजूद भी ताजी और पौष्टिक सब्जियां और अनाज उगा सकेंगे.
24 जिलों में ग्रीन हाउस तैयार, 20 में कार्य प्रगति पर
राज्य सरकार द्वारा बुधवार को यहां जारी एक बयान के मुताबिक लखनऊ, बहराइच, सुल्तानपुर, बाराबंकी, सीतापुर और अमेठी सहित प्रदेश के 44 जिलों में ग्रीन हाउस और पॉली हाउस की सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. बयान में कहा गया है कि इनमें से 24 जिलों में ग्रीन हाउस बनकर तैयार हो चुके हैं जबकि 20 जिलों में तेजी से इनका निर्माण किया जा रहा है.
योजनाओं के तहत मिल रही है सहायता
बयान के मुताबिक, ये सभी कार्य कृषि अवसंरचना निधि योजना के तहत किए जा रहे हैं. साथ ही, किसानों को राहत देने के लिए एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है.
किसानों की आमदनी में इजाफा
राज्य सरकार का मकसद है कि किसानों की आय में बढ़ोतरी हो और खेती में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल बढ़े. इसी दिशा में काम करते हुए फसल उगाने के तरीकों में बदलाव किया जा रहा है, ताकि किसान नई और उन्नत कृषि विधियों को अपनाकर ज्यादा उत्पादन कर सकें.
हर मौसम में उच्च गुणवत्ता की फसलें
ग्रीन हाउस और पॉली हाउस जैसी तकनीकों के जरिए अब किसान साल भर, चाहे सर्दी हो, गर्मी या बरसात, खेती कर सकते हैं. इन तकनीकों से वे टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा और बीन्स जैसी पोषक सब्जियों के साथ अनाज भी उगा सकते हैं. इस तरह की खेती से फसलें मौसम के असर से बची रहती हैं, उनकी गुणवत्ता अच्छी होती है और किसानों को बाजार में बेहतर दाम मिलते हैं.
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