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Millets Products : संजय सैनी बताते हैं कि सरकार ने उन्हें मिलेट्स का बीज उपलब्ध कराया गया था, इसे लेकर उन्होंने किसानों को दिया और उसकी फसल तैयार कराई. फिर उस फसल को खरीद कर उस मिलेट्स से प्रोडक्ट्स तैयार किए. रिपोर्टर- अंकुर सैनी

जिसे मोटा अनाज समझ कर लोगों ने छोड़ दिया था, उसकी धमाकेदार एंट्री हैरान करने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर साल 2023 में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मनाए जाने के बाद लोगों की रुचि मोटे अनाजों (मिलेट्स) की तरफ एकाएक बढ़ने लगी.

उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के किसान संजय सैनी कई प्रकार के मिलेट्स प्रोडक्ट्स बनाकर देशभर में सप्लाई करते हैं. सेहत के लिए रामबाण होने के साथ-साथ मोटे अनाजों की खेती से किसानों को पहले की तुलना में ज्यादा आमदनी हो रही है.

सहारनपुर के संजय सैनी सरकारी अनुदान पर दिए गए बीज लेकर किसानों से उसकी खेती कराते हैं और फिर उनकी पैदावार को खरीद कर उससे कई तरह के प्रोडक्ट्स बना रहे हैं. इन प्रोडक्ट्स को वे पूरे देशभर में सप्लाई करते हैं. संजय इस वक्त कई लोगों के रोजगार का जरिया बन चुके हैं.

Local 18 से बातचीत में किसान संजय सैनी बताते हैं कि मिलेट्स का काम वो काफी साल से कर रहे हैं. इससे पहले वे गुड़ और शक्कर का काम करते थे. गुड़ की पंजीरी और 102 तरह के प्रोडक्ट्स बनाकर बेचते थे. 2018 में उन्होंने अपनी संस्था की नींव रखी.

2023 में सरकार ने बताया कि मिलेट्स हमारे स्वास्थ्य के लिए बड़ा ही लाभदायक है. ये कई बीमारियों को कंट्रोल करता है. उसके बाद संजय ने मिलेट्स से कई तरह के प्रोडक्ट्स जैसे नमकीन, बिस्कुट, लड्डू, जलेबी, रसगुल्ला और हलवा आदि तैयार कर बेचने में जुट गए.

मिलेट्स से तैयार होने वाले प्रोडक्ट अच्छी कीमत में बिक रहे हैं. डिमांड भी इसकी खूब रहती है. पूरे देश से उनके पास मिलेट्स से बने प्रोडक्ट्स की मांग आ रही है.

संजय सैनी बताते हैं कि सरकार ने उन्हें मिलेट्स का बीज उपलब्ध कराया गया था, इसे लेकर उन्होंने किसानों को दिया और उसकी फसल तैयार कराई. फिर उस फसल को खरीद कर उस मिलेट्स से प्रोडक्ट्स तैयार किए.
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