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MG reveals three new electric cars | MG ने तीन नई इलेक्ट्रिक कारें अनवील कीं: ‘साइबरस्टर’ भारत की पहली फुली-इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार, JSW के साथ पहली कार अक्टूबर में आएगी

मुंबई19 मिनट पहले

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साइबरस्टर 3.2 सेकेंड में 0-100 km/h की रफ्तार पकड़ सकती है।

JSW MG मोटर इंडिया ने बुधवार को ऑल-इलेक्ट्रिक कन्वर्टिबल रोडस्टर, ‘साइबरस्टर’ अनवील की। यह भारत की पहली फुली-इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार होगी जो दो मोटर से पावर्ड है। साइबरस्टर 3.2 सेकेंड में 0-100 km/h की रफ्तार पकड़ सकती है।

मुंबई में हुए इवेंट में MG मोटर ने साइबरस्टर के अलावा दो और इलेक्ट्रिक कार MG 5 और MG 4 भी डिस्प्ले की। MG 5 और MG 4 यूरोपियन मार्केट में पहले से अवेलेबल है और भारत में भी सेम स्पेसिफिकेशन्स के साथ जल्द लॉन्च हो सकती है।

जिंदल बोले- आइडिया मारुति मोमेंट क्रिएट करने का है
इन तीनों कारों की अनवीलिंग पर टिप्पणी करते हुए JSW ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा कि वे हर 3-4 महीने में एक नया इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘आइडिया मारुति मोमेंट क्रिएट करने का है।’

जिंदल ने कहा- 90 के दशक में मारुति नई कारें लेकर आई और अब उनके पास 50% मार्केट शेयर है। MG के साथ JSW न्यू एनर्जी व्हीकल मारुति मोमेंट बना सकता है। तेल आयात पर भारत की निर्भरता कम करने के लिए न्यू एनर्जी व्हीकल्स पर फोकस जरूरी है।

जिंदल बोले- कार बनाना मेरा बचपन का जुनून
सज्जन जिंदल ने कहा, ‘कार बनाना मेरा बचपन का जुनून था, लेकिन मैं स्टील से जुड़े काम में लग गया। स्टील के काम के साथ कार बनाने का विचार मेरे दिमाग में रहा। जब 2016 में नए इलेक्ट्रिक वाहन आए, तो मुझे लगा कि हमें इलेक्ट्रिक कारें लाना चाहिए।’

JSW ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा कि कार बनाना उनका बचपन का जुनून था।

नए जॉइंट वेंचर का नाम JSW MG मोटर इंडिया
MG मोटर इंडिया और JSW ग्रुप ने आज जॉइंट वेंचर के नाम का भी ऐलान किया। इस जॉइंट वेंचर का नाम JSW MG मोटर इंडिया है। MG मोटर चाइनीज कार मैन्युफैक्चरर SAIC मोटर के स्वामित्व वाली कंपनी है। वहीं JSW भारत का ग्रुप है।

जॉइंट वेंचर में पहली कार अक्टूबर में लॉन्च होगी
JSW ग्रुप के पास कंपनी के इंडियन ऑपरेशन का 35% हिस्सा है। ये जॉइंट वेंचर अपनी पहली कार अक्टूबर 2024 में त्योहारी सीजन में लॉन्च करेगी। JSW ग्रुप MG मोटर इंडिया को सालाना एक लाख वाहनों से तीन लाख वाहनों तक क्षमता बढ़ाने में मदद करेगा।

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