31 मिनट पहले
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मयंक यादव GT के खिलाफ एक ओवर की फेंक सके।
इस सीजन IPL की सबसे तेज गेंद फेंकने वाले लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के पेसर मयंक यादव सोमवार को चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए। लखनऊ में गुजरात टाइटंस के खिलाफ मयंक एक ओवर की फेंक सके। गुजरात टाइटंस (GT) की इनिंग्स में मयंक के इकलौते ओवर में 13 रन आए।
LSG के ऑलराउंडर क्रुणाल पंड्या ने कहा, युवा तेज गेंदबाज मैदान से बाहर आने के बाद ठीक लग रहे थे। क्रुणाल मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में बोले, मैंने मयंक के साथ बातचीत की और वह ठीक लग रहे थे, जो एक टीम के लिए पॉजीटिव बात है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मयंक पसली में खिचाव और चोट के कारण बाहर चले गए।
इस सीजन मयंक इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में करियर के पहले दो मैचों में लगातार दो प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने वाले पहले क्रिकेटर बने।
इस सीजन मयंक ने 156.7 KMPH की स्पीड टच की
मयंक ने इस सीजन पंजाब किंग्स के खिलाफ IPL में डेब्यू किया और 150 किमी प्रति घंटे (KMPH) की स्पीड को आसानी से पार कर लिया। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ अपने दूसरे IPL मैच में, उन्होंने 14 रन देकर तीन विकेट लिए और 156.7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी भी की, जो इस सीजन की सबसे तेज गेंद है।
मयंक ने पिछले मैच में पंजाब की टीम के खिलाफ फेंकी गई 155.8 गेंद के अपने रिकॉर्ड को बेहतर किया। वे अब तक दो मैचों में छह विकेट लिए हैं।
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GT के खिलाफ 140 KMPH की स्पीड से ही बॉलिंग कर सके मयंक
LSG के 21 वर्षीय पेसर मयंक यादव चौथे ओवर में गेंदबाजी करने आए, लेकिन फिजियो के साथ मैदान से बाहर जाने से पहले वह ओवर में केवल दो बार 140 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति पकड़ सके। आमतौर पर मयंक 150 KMPH की स्पीड से गेंदबाजी करते हैं।
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मयंक यादव की सफलता में उनके पिता प्रभु यादव का सबसे बड़ा योगदान है। उन्हें यहां तक पहुंचाने के लिए प्रभु को बहुत संघर्ष करना पड़ा। कोरोना के समय मूलत: बिहार के सुपौल के रहने वाले प्रभु यादव का बिजनेस डूब गया। उन्हें चाय की दुकान और अंडे की रेहड़ी तक में काम करना पड़ा। प्रभु यादव ने दैनिक भास्कर से मयंक के सफर और अपने संघर्षों पर बात की…पढ़ें पूरी खबर