Mayank Yadav Fitness And Fast Bowling Secret; IPL 2024 | Lucknow Super Giants | मयंक यादव ने बताया फिटनेस और फास्ट बॉलिंग का राज: कहा- ताकत से ज्यादा तकनीक पर भरोसा किया, बेहतर नींद से फिटनेस में सुधार आया

स्पोर्ट्स डेस्क18 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
मयंक यादव ने LSG की ओर से IPL 2024 में डेब्यू किया। - Dainik Bhaskar

मयंक यादव ने LSG की ओर से IPL 2024 में डेब्यू किया।

लखनऊ सुपर जायंट्स के तेज गेंदबाज मयंक यादव अपने IPL डेब्यू में पेस के कारण चर्चा में आए। पंजाब किंग्स के खिलाफ पहले मैच में 155.6 किलोमीटर प्रति घंटा (KMPH) सीजन की सबसे फास्ट बॉल थी, जिसे उन्होंने ही दूसरे मुकाबले में RCB के खिलाफ 156.7 की स्पीड के साथ तोड़ दिया।

मयंक यादव ने यूट्यूब पर सेकंड इनिंग्स विथ मंजोत के एक एपिसोड में अपनी तेज गेंदबाजी और फिटनेस का राज बताया। यादव ने कहा, इंडियन फास्ट बॉलर्स की बिल्ड बड़ी नहीं होती, जबकि विदेशी बॉलर्स की बिल्ड बेहतर होती है और इस कारण उनका पेस आता है। भारतीय प्लेयर्स का पेस बेहतरीन तकनीक से आता है, आपको फास्ट बॉल फेंकने के लिए रनअप, रिस्ट पोजीशन और रिस्ट फ्लिक पर बहुत ध्यान देना होगा। वहीं, फिटनेस का में डाइट और जिम के अलावा सबसे जरूरी नींद है। बेहतर नींद से फिटनेस पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है।

मयंक ने प्रोफेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के लिए स्कूल छोड़ा। वहीं, IPL ऑक्शन के पहले राउंड में भी वे अनसोल्ड रहे थे।

यॉर्कर और बाउंसर के अलावा कोई बॉल नहीं आती थी – मयंक
मयंक ने बताया कि उनके प्रोफेशनल करियर की शुरुआत अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी से हुई, इसके लिए उन्होंने दसवीं क्लास से नाम कटवा लिया था। मयंक ने इस दौरान 4 मैच खेले और कुल 19 विकेट लिए। शुरुआत में मयंक सिर्फ 2 बॉल डालते थे, यॉर्कर या बाउंसर। इस कारण उन्हें कूच बिहार के मुकाबलों में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

मयंक ने बताया कि, पहले मुकाबले के पहले स्पैल की शुरुआत में मैने यॉर्कर और बाउंसर फेंकी। मुझे नहीं पता था कि लेंथ बॉल कैसे फेंकते है। बैटर बाउंसर को मिस कर रहे थे, वहीं,लेंथ बॉल को भी अच्छे से खेल रहे थे। दूसरा मैच बेहतर रहा, मैने लेंथ बॉल फेंकी और विकेट मिलते चले गए।

सर्विसेज से ऑफर आया, पेपरवर्क के दौरान भाग गया – मयंक
मयंक बोले, कूच बिहार के बाद मुझे रणजी का कॉल आया। मैं नर्वस था, मैने रणजी का ट्रायल दिया और वह बढ़िया रहा। हालांकि, इसके बाद कोविड आ गया। मेरा दिल्ली टीम में सिलेक्शन नहीं हुआ। मुझे सर्विसेज से ट्रायल के लिए कॉल आया। मैने ट्रायल दिया और उन्होंने मुझे जॉब भी ऑफर भी मिला, जिसे मैं नहीं करना चाहता था। मेरा सर्विसेज में सिलेक्शन हो गया, लेकिन मैं पेपरवर्क के दौरान वहां से भाग आया।

दिल्ली की ओर से मुझे सबसे पहले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मौका मिला। यहां से मेरा विजय हजारे ट्रॉफी में भी नाम आया, जहां पहले दो मैचों में ही 6 विकेट ले लिए। आखिरकार दिल्ली की ओर से रणजी खेलने का मौका मिला।

सात IPL टीमों के ट्रायल दिया, ऑक्शन के पहले राउंड में अनसोल्ड रहे
मयंक बोले, दिल्ली से खेलने के बाद मैने 7 IPL टीमों के लिए ट्रायल दिया। मेरे दिए सभी ट्रायल अच्छे थे, लेकिन बेस्ट CSK और DC के ट्रायल रहे। मैने टी-20 की डिमांड को पूरा किया।

ऑक्शन लिस्ट में मेरा नाम बाद में आया, मुझे लगा कि इन दोनों टीमों में से कोई शामिल करेगा। नाम आते ही मुझे किसी ने पिक नहीं किया और मैं अनसोल्ड रहा। ऑक्शन के सेकंड राउंड में फिर नाम आया और मुझे सिलेक्ट कर लिया गया। पहले राउंड के बाद इतना निराश था कि, दूसरा राउंड ठीक से देखा ही नही। मुझे 1 घंटे तक यही नहीं पता चला कि किस टीम ने सिलेक्ट किया।

खबरें और भी हैं…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *