Loksabha Election 2024 YS Sharmila Will Merge Her Party YSRTP Into Congress She Will Join Party In Delhi

Telangana Latest News: तेलंगाना से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां वाईएस शर्मिला अपनी पार्टी वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (YSRTP) का कांग्रेस में विलय करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, वह आधिकारिक तौर पर इस सप्ताह के अंत तक दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होंगी.

सूत्रों का कहना है कि वाईएस शर्मिला को राज्यसभा, एआईसीसी महासचिव और आंध्र प्रदेश के पीसीसी की पेशकश की गई थी. शर्मिला कांग्रेस के ऑफर पर सहमत हो गईं हैं. बता दें कि इस साल आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में पार्टी शर्मिला को बड़ी जिम्मेदारी देकर पार्टी को फिर से खड़ा करने की तैयारी में है.

विधानसभा चुनाव में भी दिया था समर्थन

बता दें कि पिछले साल नवंबर में तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान आखिरी वक्त पर वाई.एस. शर्मिला ने कांग्रेस को अपना सपोर्ट दिया था. उन्होंने अपनी पार्टी के किसी भी प्रत्याशी को चुनाव में उतारने से इंकार कर दिया था. शर्मिला ने तब कहा था कि तमाम सर्वे और जमीनी हकीकत से पता चलता है कि राज्य में कांग्रेस चुनाव जीत रही है. ऐसी स्थिति में अगर उनकी पार्टी मैदान में उतरती है तो कांग्रेस के वोट कटेंगे और इसका फायदा बीआरएस को मिलेगा. इसलिए उन्होंने अपना समर्थन कांग्रेस को दे दिया था. इसके बाद से ही चर्चा थी कि वाई.एस. शर्मिला को कांग्रेस इसके बदले में कुछ बड़ा इनाम दे सकती है. अब उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में करने की घोषणा करके हर किसी को हैरान कर दिया है.

कौन हैं वाईएस. शर्मिला?

वाई.एस शर्मिला आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन की बहन हैं और संयुक्त आंध्र प्रदेश के कांग्रेसी मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएसआर की बेटी भी हैं. साल 2012 में संयुक्त आंध्र प्रदेश में अचानक जगन मोहन रेड्डी ने कांग्रेस छोड़कर YSRCP का गठन किया. उनके साथ 18 विधायक भी कांग्रेस से अलग हो गए. इसके कुछ दिन बाद जगन मोहन रेड्डी करप्शन में जेल भेजे गए. तब उनकी मां वाईएस विजयम्मा और बहन वाईएस शर्मिला ने नई पार्टी को संभाला.

वाईएसआरसीपी ने चुनाव में जीत दर्ज की. बाद में जगन मोहन रेड्डी सीएम बने और यहां से दोनों भाई-बहन के बीच दीवार खड़ी होती गई. 2021 में वाईएस शर्मिला ने मीडिया के सामने यह स्वीकार किया कि उनके भाई के साथ उनके राजनीतिक मतभेद हैं. जुलाई 2021 में ही उन्होंने YSR तेलंगाना पार्टी का गठन किया.

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