31 मिनट पहलेलेखक: इंद्रेश गुप्ता
- कॉपी लिंक

शेमारू उमंग पर हाल ही में टीवी शो ‘चाहेंगे तुम्हें इतना’ टेलीकास्ट हुआ है। इसमें भोपाल की रहने वाली स्वाति शर्मा मुख्य भूमिका निभा रही हैं। ऐसे में स्वाति से शो और प्रोफेशनल लाइफ से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें हुई। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश :

सवाल- अपने किरदार के बारे में कुछ बताइए?
जवाब- मेरे किरदार का नाम आशी है। इस किरदार में भावनाओं की कई परतें मौजूद हैं। शुरुआती एपिसोड्स में इमोशनल सीन को शूट करते वक्त मैं ग्लिसरीन पर निर्भर रहा करती थी, लेकिन अभय भार्गव सर ने मुझे अपने किरदार को गहराई से महसूस करने की सलाह दी। नतीजतन, मैंने न केवल पर्दे पर बल्कि असल जिंदगी में भी आशी के साथ जुड़ना शुरू कर दिया। जिस तरह आशी का अपने बाबा के साथ मजबूत रिश्ता है, उसी तरह मैं भी अपने पिता के साथ एक खास रिश्ता साझा करती हूं।

सवाल- ‘चाहेंगे तुम्हें इतना’ में आपके किरदार आशी और खुद आप में क्या समानताएं हैं?
जवाब- ‘चाहेंगे तुम्हें इतना’ में मेरा किरदार मेरे स्वभाव से अलग है। यह एक बहू और ससुर की कहानी है। आशी मेरी लाइफ से बिल्कुल अलग है। शो में ससुर अपनी बहू आशी को बेटी की तरह मानते हैं। शादी के बाद पढ़ाई करा रहे हैं। यह रिश्तों की पड़ताल करने वाला शो है, जिसमें आशी अपने से ऊपर अपने परिवार को रखती है। वह अपनी जिम्मेदारियों और अपने प्यार के बीच संतुलन को बनाए रखती है। आशी के किरदार में ढलने में मुझे काफी वक्त लगा। सीरियल में अभिनेता अभय भार्गव ससुर की भूमिका निभा रहे हैं और अभिनेत्री ख्याति केसवानी उनकी सास की भूमिका में हैं। यह दर्शकों के बीच खूब पसंद भी किया जा रहा है।

सवाल- अपने को-एक्टर्स के साथ आपका रिश्ता कैसा है?
जवाब- इस किरदार की खूबियों की बात करूं तो अभय भार्गव ऑन स्क्रीन और ऑफ स्क्रीन दोनों जगह मेरे लिए पिता समान हैं, जिससे उनके साथ अभिनय करना मेरे लिए आसान हो जाता है। वह हमेशा मुझे अपना मार्गदर्शन देते हैं और अमूल्य सलाह भी देते हैं। वरिष्ठ होने के बावजूद, वह सुनिश्चित करते हैं कि उनके आसपास मौजूद हर कोई सहज महसूस करे। स्क्रीन पर आशी और उसके बाबा के बीच एक खूबसूरत रिश्ता है, जो ऑफ-स्क्रीन भी हमारे इस बंधन को दर्शाता है।
मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे उनके जैसे क्षमता वाले व्यक्ति के साथ काम करने का अवसर मिला। अपने किरदार आशी के साथ स्वाति का गहरा रिश्ता है और अपने ऑनस्क्रीन ससुरजी अभय भार्गव के साथ उनका बॉन्ड स्क्रीन पर उनके रिश्ते के चित्रण में अधिक गहराई और प्रामाणिकता को जोड़ता है।

सवाल- इस शो में कितने समय तक का कॉन्ट्रैक्ट है।
जवाब- वैसे तो एक साल का ही कॉन्ट्रैक्ट होता है पर जैसे-जैसे शो आगे जाएगा, पब्लिक का प्यार मिलेगा मेरा टाइम पीरियड भी बढ़ता रहेगा।
सवाल- एक्टिंग की ओर आपका रुझान कैसे हुआ?
जवाब- मेरी फैमिली से कोई इस फील्ड में नहीं है पर मेरा रुझान इस ओर था। पढ़ाई पूरी करने के बाद मेरी पहली पोस्टिंग गुजरात में हुई थी। बैंक की ट्रेनिंग के लिए मुंबई जाना होता था। इस दौरान एक दोस्त की मदद से एक ऑडिशन दिया। फिर एड फिल्मों के कैटलॉग शूट करने के ऑफर मिलने लगे।
कैडबरी के एक होर्डिंग में मेरा फोटो लगा देखा था मुंबई में, उसके बाद से मुझे मॉडलिंग का चस्का लगा। इसी बीच मेरा ट्रांसफर अहमदाबाद से मुंबई हो गया। मुंबई में काम करते हुए ऑडिशन देना जारी रखा। इसके बाद स्टार प्लस के शो ‘ये हैं चाहतें’ के तीसरे सीजन में काम मिल गया। ये शो 5 महीने चला था और ऑफिस वालों के सहयोग से मैंने इसे पूरा कर लिया। इस बीच ये दूसरा शो ‘चाहेंगे तुम्हें इतना’ मिल गया। तब मैंने बैंक की जॉब छोड़ दी। फैमिली ने भी कहा कि दो नावों पर पैर रखने का कोई फायदा नहीं है।

सवाल- क्या इसके अलावा कुछ और भी ऑफर हुआ है?
जवाब- अभी तो फिलहाल इसी शो पर फोकस है। मैं वैसे भी एक समय पर एक ही काम करना पसंद करती हूं। बाकी इच्छा तो हर किसी की होती है कि बड़े परदे पर दिखे। मगर अभी मुझे टीवी पर ही मजा आ रहा है। टीवी से मुझे एक बड़ी पहचान मिली है।

सवाल- एक्टिंग की ट्रेनिंग को लेकर क्या प्लान है?
जवाब- इस शो के बाद अगर मुझे टाइम मिलता है तो जरूर ट्रेनिंग करूंगी। हालांकि मुझे लगता है कि इतना काम करते-करते वैसे ही ट्रेनिंग हो जाती है। हमें कई बार एक्टिंग वर्कशॉप में भी शामिल होना पड़ता है।
सवाल- करियर में क्या कुछ चैलेंजिंग रहा है?
जवाब- सबसे पहला चैलेंज था लोगों को मनाना कि जॉब छोड़कर मुझे इस फील्ड में आने दो। दूसरा चैलेंज ये था कि जॉब के रहते-रहते ऑडिशन देना। मोस्टली हमें ऑडिशन के लिए कोई स्क्रिप्ट मिलती है तो कहा जाता है कि आज के ही आज वीडियो शूट करके दीजिए। वह मेरे लिए थोड़ा प्रॉब्लमैटिक हो जाता था कि जॉब के रहते-रहते ऑडिशन भी मैनेज करना। मेरा मानना है कि आप अपने ड्रीम को पाने के लिए जितनी मेहनत करते हैं और जब वह ड्रीम पूरा हो जाता है तो सारी मेहनत सफल हो जाती है। शेमारू उमंग पर मेरे भोपाल के लोग मुझे देख पाएंगे, मेरे लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती है।

सवाल- भोपाल से जुड़ा क्या मिस करती हैं?
जवाब- फैमिली के साथ को मिस करती हूं। दोस्तों को मिस करती हूं। फैमिली के साथ टाइम स्पेंड करना काफी मिस करती हूं। हालांकि इतना ज्यादा मिस करने का ऑप्शन मिलता नहीं है। मैं भोपाल नहीं आ पाती हूं, तो अपनी फैमिली को मुंबई बुला लेती हूं। मेरी बेस्ट फ्रेंड भोपाल से है। उससे नहीं मिल पाई हूं। बाकी मुंबई भी बहुत अच्छा है। मुंबई में जैसे गर्मी या बारिश रहती है तो मैं वहां पर लोगों से कहती हूं कि मेरे भोपाल में बहुत अच्छा क्लाइमेट है।
भोपाल भी इस फील्ड में काफी आगे बढ़ रहा है। बीते कुछ सालों में यहां कई सारी फिल्में बनी हैं। मैं किसी भी निर्देशक से मिलती हूं तो वह कहता है अच्छा भोपाल से हैं आप। वहां हमने हाल ही में शूटिंग की है। यहां इतनी सारी खूबसूरत लोकेशन हैं कि कोई भी प्रोजेक्ट बनाने के लिए यह बहुत अच्छा शहर है।

सवाल- आजकल सोशल मीडिया से जो बच्चे अपनी स्क्रिल्स शो कर रहे हैं, उनके लिए क्या सुझाव देंना चाहेंगी?
जवाब- मैं रील्स और फॉलोअर्स पर बहुत अधिक यकीन नहीं करती, बल्कि एक्टिंग पर करती हूं। हां, ये सच है कि आज इंस्टा, यू-ट्यूब से लोग घर बैठे ही पॉपुलर हो रहे हैं। मुंबई जाकर स्ट्रगल करने वाला दौर कम होता जा रहा है। मुझे लगता है कि आज सोशल मीडिया पर छोटी-छोटी बच्चियां बहुत एक्टिव हैं। वह अपना पूरा समय रील्स बनाने में ही बिता रही हैं। मैं इस चीज के बहुत ज्यादा अगेन्स्ट हूं। हर चीज का एक टाइम होता है।
मेरी फैमिली ने भी मेरा खूब सपोर्ट किया है पर उन्होंने कभी नहीं कहा कि पढ़ाई छोड़ो और सिर्फ एक्टिंग पर फोकस करो। मेरी एक चीज हमेशा से क्लीयर थी कि पढ़ाई पूरी होनी चाहिए। इस्टा और रील्स की वजह से मुझे लगता है कि बच्चे काफी हद तक अपना बचपना छोड़ देते है। सोशल मीडिया से काम मिलने का फॉर्मूला वर्क करता है पर हर चीज का एक समय होता है। एक उम्र में आने के बाद ये सब अच्छा लगता है।