
आरिफ मोहम्मद खान (फाइल फोटो)
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बीते कुछ दिनों पहले एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को काले झंडे दिखाए गए। उस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी का पीछा किया और विरोध प्रदर्शन किया। उसके बाद से राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच दरार बढ़ती गई। राज्यपाल ने सूबे के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर ही गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये प्रदर्शनकारी सरकारी के गुंडे हैं। केरल के सत्तारूढ़ दल सीपीआई(एम) और राज्यपाल के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को मामले में नाटकीय दृश्य देखने को मिला, जब राज्यपाल लोगों से बातचीत करने के लिए सड़कों पर जा उतरें। बता दें हालांकि एसएफआई ने उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। दक्षिणी राजर्य के कॉलेजों में उनका पुतला जलाया गया।
राज्यपाल का सड़कों पर उतकर लोगों से बातचीत करना सूबे के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को रास नहीं आया। उन्होंने राज्यपाल के तरीकों पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार केंद्र से संपर्क करने पर विचार कर रही है कि राज्यपाल को राज्य से वापस बुला लें। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यपाल राज्य का माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। बता दें राज्यपाल ने एसएफआई को एक आपराधिक संगठन करार दिया था।
राज्यपाल ने लगाए थे सीएम पर गंभीर आरोप
राज्यपाल ने घटना के बाद कहा कि मैं सीएम और एसएफआई से भयभीत नहीं हो सकता हूं। बता दें उन्होंने कोझिकोड शहर में व्यस्त बाजार क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों के साथ बातचीत की, उनके साथ तस्वीरें खिंचवाई। वहीं कालीकट विश्वविद्यालय स्थित एसएफआई कार्यकर्ताओं ने उन्हें बैनर, तख्तियां दिखाईं। साथ ही उन्होंने वापस जाने की मांग कर रहे थे। विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में तैनात पुलिस ने एसएफआई कार्यकर्ताओं को गेस्ट हाउस के पास जाने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे लेकिन इसके बावजूद कुछ प्रदर्शनकारी सुरक्षा व्यवस्था को तोड़ने में कामयाब रहे और जहां आरिफ मोहम्मद खान पहले रह रहे थे उसके करीब पहुंच गए। उन्हें हिरासत में ले लिया गया और क्षेत्र से हटा दिया गया।