
Karnataka ‘Chalo Delhi’
– फोटो : Amar Ujala/Rahul Bisht
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कर्नाटक में केंद्र सरकार की ओर से जरूरत के मुताबिक बजट न देने और उसमें भी कटौती किए जाने को लेकर जंतर-मंतर पर कर्नाटक सरकार के मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल के सदस्यों ने धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उनको जरूरत के मुताबिक बजट नहीं मिला, तो वह आगे और बड़े आंदोलन करेंगे। वहीं इस प्रदर्शन में मौजूद कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं ने बड़ी रणनीति बनाते हुए आगे का पूरा खाका तैयार किया है। पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से जिन राज्यों में बजट की कटौती की जा रही है, उन सभी को एक मंच पर लाया जाएगा। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर संसद के घेराव की भी रणनीति बनाई जा रही है।
जंतर-मंतर पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार समेत कर्नाटक सरकार के मंत्रिमंडल के दर्जनों सदस्य और विधायक शामिल हुए। इस दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि केंद्र सरकार कांग्रेस शासित कर्नाटक राज्य की जनता के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने मंच से कर्नाटक के आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका राज्य अलग-अलग टैक्स के माध्यम से केंद्र को साढ़े चार लाख करोड़ रुपये के करीब चुका रहा है। जबकि केंद्र सरकार उनको पचास हजार करोड रुपये ही दे रही है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों को केंद्र सरकार लगातार बढ़ा हुआ बजट दे रही है।
इस दौरान कर्नाटक से आए कांग्रेसी नेताओं ने भी केंद्र सरकार की नीतियों पर जमकर नाराजगी जाहिर की। कर्नाटक कांग्रेस के नेता शाहू शारिक कहते हैं कि केंद्र सरकार ने जो बजट में कटौती की है, अगर वह पूरी नहीं हुई, तो कुछ समय बाद उनके कार्यकर्ता एक बार फिर से दिल्ली पहुंचेंगे और संसद का घेराव करेंगे। शारिक ने कहा बुधवार को जो प्रदर्शन हुआ है, वह महज एक संकेतभर है। केंद्र सरकार ने बुधवार को कर्नाटक सरकार के मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री कैबिनेट के मंत्रियों समेत विधायकों की आवाज को नहीं सुना, तो जल्द ही बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।