Jamia Violence | जामिया मिल्लिया इस्लामिया में फिर भड़की हिंसा, दो गुटों की झड़प में जम कर चले लाठी-डंडे

Jamia Millia Islamia Violence

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (फाइल फोटो)

Loading

नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) में पूर्व और वर्तमान छात्रों के दो गुटों के बीच हुई झड़प में तीन छात्र घायल हो गये। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक यह घटना शुक्रवार शाम को जामिया सेंटेनरी द्वार के पास हुई, जहां छात्रों के दो गुट संभवतः क्षेत्रीय मतभेदों के कारण आपस में भिड़ गए।

पुलिस ने बताया कि इस घटना में घायल हुए आदिल खान (24), जफर (25) और साकिब (19) को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के ट्रॉमा सेंटर और होली फैमिली अस्पताल (Holy Family Hospital) में भर्ती कराया गया है। आदिल और जफर विश्वविद्यालय के मौजूदा छात्र हैं जबकि साकिब जामिया स्कूल का छात्र है। उन्होंने बताया कि इस इस घटना के सिलसिले में जामिया नगर पुलिस थाने में दंगा करने और भारतीय दंड संहिता की धारा 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

ये है मामला 

इस मामले में सात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई हैं। जामिया के चीफ प्रॉक्टर अतीकुर रहमान ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ यह दो छात्रों के बीच बेहद छोटी सी बात पर हुई मारपीट थी। डीन और विभागाध्यक्ष ने उनसे बात की और अब स्थिति ठीक है।” इस घटना के जो वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं, उनमें कुछ युवाओं को मारपीट करते और लाठियां चलाते हुए देखा जा सकता है।

दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘ एक मार्च को रात लगभग 8.25 बजे, जामिया मिलिया इस्लामिया के गेट नंबर 13 के पास परिसर में झगड़े के संबंध में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई। स्थानीय थाना प्रभारी के साथ पुलिसकर्मियों की टीम घटनास्थल पर पहुंची, जहां केवल कुछ लोग मिले।” पुलिस ने बयान में कहा, ‘‘बाद में एम्स ट्रॉमा सेंटर और होली फैमिली अस्पताल से जानकारी मिली कि विश्वविद्यालय के गेट नंबर 13 के पास हुई घटना में तीन लोग घायल हो गए हैं और उनकी एमएलसी (मेडिको-लीगल केस) तैयार कर ली गई है। ”

यह भी पढ़ें

पुलिस ने कहा, ‘‘एक जांच से पता चला है कि विश्वविद्यालय के कुछ मौजूदा छात्र और पूर्व छात्र पूर्वांचली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मेवात जैसे क्षेत्रीय आधार पर जुड़े हुए हैं। कभी-कभी, ये गुट बेहद छोटे मुद्दों पर एक-दूसरे से लड़ते हैं और इस कारण बाहरी लोगों अथवा पूर्व-छात्रों के इसमें शामिल होने से हालात और भी बदतर हो जाते हैं।” पुलिस ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि बाहरी लोग परिसर में प्रवेश न करें और माहौल खराब न करें।  

(एजेंसी)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *