साहिल Local 18 को बताते हैं कि मुझे कई वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ा. मेरे पास अपनी वेशभूषा, प्रतियोगिताओं के लिए प्रवेश शुल्क और प्रतियोगिताओं में जाने के लिए यात्रा के पैसे नहीं थे. मैंने अपने ऑडिशन के लिए अपने दोस्तों और परिवार से अच्छे कपड़े उधार लिए. 8 साल की उम्र में उन्होंने डांस करना शुरू किया और फिर चार साल के भीतर उन्होंने डांस सिखाना और कोरियोग्राफ करना शुरू कर दिया. साहिल के लोकल 18 को कहा कि मेरे माता-पिता और दोस्तों ने हमेशा मेरा साथ दिया. उन्होंने मुझमें कभी उम्मीद नहीं खोई, यही कारण हैं कि मैं आज सफल हूं.
हारने के बाद हासिल हुई जीत
अपने संघर्ष के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी पहली प्रतियोगिता जीतने से पहले मैं लगभग 170 प्रतियोगिताएं हार चुका था. मेरे समर्थन तंत्र को धन्यवाद, जिसने मुझे हर निराशा से उबरने में मदद की. मेरा मानना है कि गरीब पैदा होना गुनाह नहीं है, गरीब मरना गुनाह है. ये विचार हमेशा मेरे कठिन समय से बाहर निकालते हैं.