IPL 2024 LSG Player Mayank Yadav Struggle Success Story | Prabhu Yadav | वेजिटेरियन हैं 156 की स्पीड निकालने वाले मयंक यादव: चार साल के थे तब पिता ने पूछा- क्रिकेट खेलोगे, जवाब था- जैसी आपकी मर्जी

नई दिल्ली1 घंटे पहलेलेखक: राजकिशोर

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परिवार के साथ लखनऊ के तेज गेंदबाज मयंक यादव। - Dainik Bhaskar

परिवार के साथ लखनऊ के तेज गेंदबाज मयंक यादव।

IPL-2024 की सबसे तेज बॉल डालने वाले मयंक यादव वेजिटेरियन हैं। 21 साल के मयंक यादव ने चार साल पहले नॉनवेज छोड़ दिया था और फल-हरी सब्जियों से एनर्जी हासिल करते हैं।

दिल्ली के पंजाबी बाग में रहने वाले मयंक ने शनिवार, 30 मार्च को पंजाब किंग्स (PBKS) के खिलाफ लखनऊ सुपरजायंट्स (LSG) की ओर से डेब्यू मैच में 155.6 KM/H स्पीड की बॉल डाली। यह इस सीजन की सबसे तेज बॉल रही। मयंक की इस सफलता में उनके पिता प्रभु यादव का सबसे बड़ा योगदान है। उन्हें यहां तक पहुंचाने के लिए प्रभु को बहुत संघर्ष करना पड़ा।

कोरोना के समय मूलत: बिहार के सुपौल के रहने वाले प्रभु यादव का बिजनेस डूब गया। उन्हें चाय की दुकान और अंडे की रेहड़ी तक में काम करना पड़ा। प्रभु यादव ने दैनिक भास्कर से मयंक के सफर और अपने संघर्षों पर बात की…

IPL के डेब्यू मैच में मयंक का प्रदर्शन…

भास्कर के सवालों पर मयंक के पिता के जवाब

सवाल- मयंक को यहां तक पहुंचाने में कितना संघर्ष करना पड़ा?
जवाब- मैं मूलत: से बिहार के सुपौल का रहने वाला हूं। मेरा पूरा परिवार बिहार में ही रहता है। हालांकि, मयंक और मेरी बड़ी बेटी का जन्म दिल्ली में हुआ है। हम लोग शादी-ब्याह में गांव जाते हैं। दिल्ली में हम किराए के मकान में रहते हैं।

मैं 18 साल की उम्र में दोस्त के बड़े भाई के साथ दिल्ली आ गया। यहां हलवाई की दुकान में काम किया। मुझे होटल, चाय की दुकान और अंडे की रेहड़ी पर भी काम करना पड़ा। फिर मैंने कार की घड़ी बनाने वाली कंपनी शुरू की, लेकिन कोरोना के दौरान वह बिजनेस डूब गया। अब हमारी कंपनी ओखला में एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियों के साइरन बनाती है।

सवाल- मयंक को क्रिकेटर क्यों बनाया?
जवाब- बचपन में मुझे भी क्रिकेट खेलने का शौक था, लेकिन परिस्थितियां ऐसी नहीं रहीं कि मैं अपने शौक को पूरा कर पाता। हम चार भाई और दो बहनें थे। मैं दूसरे नंबर पर था। घर की परिस्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, इस वजह से मुझे काम करने के लिए घर से बाहर निकलना पड़ा।

जब मयंक 4 साल का था, तब एक दिन रविवार को छुट्‌टी होने के कारण मैं उसे पार्क लेकर गया। वहां बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। मैंने मयंक से पूछा क्या तुम क्रिकेट खेलोगे। इस पर मयंक ने कहा- ‘जैसी आपकी मर्जी।’

फिर मैंने उसे रोहतक रोड जिमखाना क्रिकेट क्लब में डाल दिया। धीरे-धीरे उसकी रुचि बढ़ती चली गई और उसे क्रिकेट खेलने में मजा आने लगा। उसे शुरू से ही तेज गेंद फेंकने में मजा आता था।

16 साल की उम्र में मैं उसे सोनेट क्लब लेकर गया। वहां पर कोच तारक सिन्हा ने ट्रायल लिया। वहां तारक सर के साथ देवेंद्र शर्मा सहित अकादमी के अन्य कोचों ने उसकी प्रतिभा को निखारा।

सवाल- क्रिकेट में कॉम्पिटिशन बहुत है। ऐसे में मयंक के क्रिकेट करियर के अलावा प्लान-बी के बारे में भी सोचा था?
जवाब- मयंक 16 साल की उम्र में 140 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गेंदबाजी करने लगा था। उनके कोच तारक सर और देवेंद्र सर ने कहा था कि मयंक में इंडिया खेलने की काबिलियत है और उसे IPL और रणजी में जरूर मौका मिलेगा।

उसे एयरफोर्स और रेलवे से नौकरी का ऑफर मिला, लेकिन मैंने मना कर दिया। मुझे लगा कि वह अगर नौकरी करने लगेगा, तो देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा। वह अपने टारगेट से भटक जाएगा। मेरे इस फैसले पर कोच और परिजन नाराज हो गए थे। उनका कहना था कि दिल्ली से मौका नहीं मिला तो क्या होगा।

इस पर मैंने साफ कहा कि जब मैं हूं, उसे चिंता करने की जरूरत नहीं है। नहीं कुछ होगा तो बिजनेस संभाल लेगा। मुझे उस पर भरोसा था कि आज नहीं तो कल उसे मौका मिलेगा ही। 2022 में LSG के लिए चयन हो गया। दिल्ली से मौका मिलने पर उसने अपने को साबित किया और अब IPL में मौका मिला तो खुद को फिर साबित किया। पिछले साल इंजरी के कारण उन्हें मौका नहीं मिला। मुझे भरोसा है कि उसे टीम इंडिया से भी खेलने का मौका जरूर मिलेगा।

सवाल- 140 की स्पीड से गेंदबाजी करते हैं, इसमें डाइट का महत्वूपर्ण रोल होता है, तो वह नॉनवेज भी इसके लिए खाते हैं?
जवाब- मयंक बचपन से ही दुबला-पतला था। मैं उन्हें नॉनवेज देता था, लेकिन अब पिछले 4 सालों से वह नॉनवेज नहीं खाते हैं। वह वेजिटेरियन हो गए हैं। वे शरीर की जरूरत हरी सब्जियां और अन्य चीजें खाकर पूरा करते हैं।

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IPL-लखनऊ में पहली बार एक पारी में 199 रन बने

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में होम टीमों का दबदबा शनिवार को भी कायम रहा। अब लखनऊ सुपर जायंट्स ने लखनऊ के इकाना क्रिकेट स्टेडियम में पंजाब किंग्स को 21 रन से हरा दिया। इस जीत में डेब्यू मैच खेलने वाले मयंक यादव ने 3 विकेट लिए।

मयंक ने मैच में 6 गेंदें 150 किमी/घंटे से ज्यादा की स्पीड से फेंकी। उन्होंने 155.8 किमी/घंटे की स्पीड से भी बॉल फेंकी, जो 17वें सीजन की सबसे तेज गेंद रही। पंजाब के कप्तान शिखर धवन ने भी IPL में 150 सिक्स पूरे कर लिए। इस सीजन में अब तक 11 मैच हो चुके हैं और 10वीं बार होम टीम ने जीत हासिल की है। शुक्रवार को कोलकाता ने बेंगलुरु को बेंगलुरु में हराया था। यह सीजन में अब तक होम टीम की इकलौती हार है। पूरी खबर

IPL डेब्यू पर सीजन के फास्टेस्ट बॉलर बने मयंक:

लखनऊ सुपर जायंट्स के तेज गेंदबाज मयंक यादव ने IPL में अपने डेब्यू मैच में शानदार परफॉर्मेंस दी। मयंक ने 4 ओवर में 27 रन देकर 3 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। वे डेब्यू पर प्लेयर ऑफ द मैच बनने वाले पहले पेसर बने हैं। हालांकि, मयंक के नाम की चर्चा इस वजह से नहीं है कि उन्होंने 3 विकेट लिए या प्लेयर ऑफ द मैच बने। 155.6 किलोमीटर प्रति घंटा (KMPH) की रफ्तार की गेंद ने उनका नाम क्रिकेट प्रेमियों की जुबान पर ला दिया है। यह इस सीजन की सबसे तेज गेंद है। पूरी खबर

मैंने सोचा नहीं था मेरा डेब्यू इतना अच्छा होगा

लखनऊ सुपर जाइंट्स (LSG) के तेज गेंदबाज मयंक यादव ने कहा कि मैंने वास्तव में नहीं सोचा था कि मेरा डेब्यू इतना अच्छा होगा। मयंक ने शनिवार को पंजाब किंग्स (PBKS) के खिलाफ डेब्यू किया। लखनऊ के लिए डेब्यू करने वाले मयंक ने मैच में 155.8 किमी/घंटे की स्पीड से बॉल फेंकी। मयंक ने 4 ओवर में 27 रन देकर 3 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। वे डेब्यू पर प्लेयर ऑफ द मैच बनने वाले पहले पेसर बने हैं।

अपने यादगार डेब्यू मैच में दिल्ली के रहने वाले मयंक ने अपनी 24 में से 6 गेंदें 150 KMPH की रफ्तार से ऊपर की फेंकी। उनकी सभी 24 गेंदों की स्पीड 140 KMPH से ऊपर रही। पूरी खबर

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