
राहुल द्रविड़
– फोटो : PTI
विस्तार
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को पिछले महीने बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया गया था। इस पर क्रिकेट जगत के तमाम दिग्गजों ने अपनी राय रखी। अब टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया है। उन्होंने भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज के आखिरी मैच में टीम इंडिया की जीत के बाद श्रेयस और ईशान किशन पर चुप्पी तोड़ी।
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में जीत दर्ज कर 4-1 से सीरीज अपने नाम कर ली। धर्मशाला टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। पहली पारी में इंग्लैंड ने 218 रन बनाए थे। जवाब में भारत की पहली पारी 477 रन पर खत्म हुई थी। इस तरह टीम इंडिया को 259 रन की लीड मिली थी। इंग्लैंड की दूसरी पारी 195 रन पर सिमट गई और भारत ने पारी और 64 रन से जीत हासिल की।
ईशान-अय्यर पर चला बीसीसीआई का चाबुक
पिछले महीने बीसीसीआई सचिव जय शाह ने सभी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को रेड बॉल क्रिकेट-रणजी और टेस्ट दोनों पर आईपीएल को प्राथमिकता नहीं देने के लिए एक पत्र लिखा था। यह माना गया था कि इस कदम से किशन और अय्यर जैसे खिलाड़ियों में कुछ सकारात्मकता आएगी। बोर्ड ने इन खिलाड़ियों को अपनी कार्यप्रणाली को पूरी तरह से बदलने की चेतावनी दी थी, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ, तो बोर्ड के पास सख्त कार्रवाई करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा। बोर्ड ने दोनों को केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया।
द्रविड़ ने की ईशान-अय्यर मुद्दे पर बात
इस मुद्दे पर बात करते हुए राहुल द्रविड़ ने कहा कि उनका केंद्रीय अनुबंध से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं कॉन्ट्रैक्ट तैयार नहीं करता और न ही उस पर चर्चा करता। मुझे तो यह भी नहीं पता कि क्राइटेरिया क्या है। दोनों दावेदार हैं और उम्मीद करते हैं कि वह क्रिकेट खेलेंगे। उम्मीद करते हैं कि वे फिट होंगे और चयनकर्ताओं द्वारा चुने जाने के लिए जी जान लगाएंगे। कोई भी दावेदारी से बाहर नहीं है। बिना अनुबंध वाले खिलाड़ी भी खेल चुके हैं। रोहित और मैं प्लेइंग 11 चुनते हैं। कभी-कभी मुझे यह भी पता नहीं होता कि कौन अनुबंधित है और कौन नहीं। कोई भी टीम से बाहर नहीं है।”
बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला
भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज के खत्म होते ही बीसीसीआई ने रेड बॉल क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए बड़ा एलान किया। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने लिखा, “मुझे वरिष्ठ पुरुषों के लिए ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ की शुरुआत की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जिसका उद्देश्य हमारे सम्मानित एथलीटों को वित्तीय विकास और स्थिरता प्रदान करना है। 2022-23 सीजन से शुरू होकर, ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ टेस्ट मैचों के लिए 15 लाख रुपये की मौजूदा मैच फीस के ऊपर एक अतिरिक्त इनाम संरचना के रूप में काम करेगी।”
किन खिलाड़ियों को मिलेगा लाभ?
अब सवाल उठता है कि किन खिलाड़ियों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसका जवाब बीसीसीआई सचिव ने दिया है। शाह ने बताया कि एक सीजन में नौ टेस्ट मैच खेले जाते हैं। अगर कोई खिलाड़ी चार से कम मुकाबले खेलता है तो वह इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेगा। वहीं, पांच-छह टेस्ट (50 प्रतिशत से अधिक) खेलने वाले खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में शामिल होने पर प्रति मैच 30 लाख रुपये या प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं होने पर 15 लाख रुपये प्रति मैच का प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके अलावा सात से अधिक मैच (75 प्रतिशत से अधिक) खेलने वाले खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने पर प्रति मैच 45 लाख रुपये या प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करने पर प्रति मैच 22 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।