
भागदौड़ भरी जिंदगी और काम के बोझ की वजह से बड़ी संख्या में लोग मानसिक बीमारियों (Mental Illnesses) की चपेट में आ रहे हैं. स्ट्रेस-डिप्रेशन जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. कुछ स्टडी में बताया गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा डिप्रेशन का शिकार बनती हैं.

महिलाएं जल्दी परेशान हो जाती हैं, उनकी मेंटल हेल्थ जल्दी प्रभावित होती है. इसके एक नहीं कई कारण हो सकते हैं. हालांकि, एक नई स्टडी का दावा है कि एयर पॉल्यूशन की वजह से महिलाओं को डिप्रेशन की समस्या ज्यादा होती है.

महिलाओं में डिप्रेशन के कारण : 1. महिलाओं में हार्मोनल चेंजेस, जैसे- पीरियड्स, प्रेगनेंसी और मोनोपॉज डिप्रेशन का कारण बन सकते हैं. 2. महिलाओं की लाइफस्टाइल, जैसे- काम, परिवार और सामाजिक दबाव भी डिप्रेशन बढ़ा सकती है. 3. महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक कारक, जैसे- गरीबी, बेरोजगारी और घरेलू हिंसा भी डिप्रेशन की वजह हो सकती है. 4. मेंटल हेल्थ, जैसे- खुद का सम्मान, कॉन्फिडेंस और मानसिक तनाव डिप्रेशन का कारण बन सकता है.

हाल ही में हुई एक स्टडी के अनुसार वायु प्रदूषण (Air Pollution) की वजह से 15 से 49 साल तक की महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर और इससे भी ज्यादा डिप्रेशन बढ़ रहा है. TOI में पब्लिश एक खबर के अनुसार, प्रदूषण की वजह से दुनियाभर में स्ट्रेस और डिप्रेशन के मामले 44% तक बढ़े हैं. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रोजर जॉर्ज का मानना है, महिलाओं को वायु प्रदूषण से ज्यादा नुकसान होता है. इसकी चपेट में आने की वजह से उन्हें मेंटल प्रॉब्लम्स खासकर स्ट्रेस, डिप्रेशन और हाइपरटेंशन होने लगता है.

महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण उदासीनता नींद की समस्या भूख न लगना सेल्फ रिस्पेक्ट और सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी मानसिक तनाव और चिंता शारीरिक समस्याएं, जैसे सिरदर्द और पेट दर्द

महिलाओं में डिप्रेशन का इलाज : थेरेपी की मदद से डिप्रेशन का इलाज हो सकता है. कुछ दवाएं भी महिलाओं को डिप्रेशन से निकालने में मददगार हैं. हालांकि, डॉक्टर से पूछकर ही लें. लाइफस्टाइल में बदलाव कर डिप्रेशन से बच सकती हैं. नियमित एक्सरसाइज, योग, मेडिटेशन हेल्दी और पौष्टिक डाइट पर्याप्त नींद कम से कम 8 घंटे की
Published at : 23 Feb 2025 07:53 PM (IST)
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