हार्ट ट्रांसप्लांट के वक्त सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि यह कितने दिनों तक चलेगा? इंसान दूसरे के हार्ट के सहारे कितने दिन तक जिंदा रह सकता है. कई डॉक्टर कहते हैं कि सही खानपान हो तो इंसान 20 साल तो आराम से जिंदा रह सकता है. कुछ रिसर्च 30 साल तक का दावा भी करती हैं. लेकिन एक शख्स ने इन सारे दावों को पलट दिया है. हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद यह शख्स 40 साल से जिंदा है और कोई दिक्कत नहीं आई. यही वजह है कि इन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह दी गई है. आज तक कोई भी शख्स हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद इतने दिनों तक जिंदा नहीं रहा.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, नीदरलैंड के रहने वाले बर्ट जानसन जब 17 वर्ष के थे, तो उनमें फ्लू जैसे लक्षण विकसित हुए. डॉक्टरों को दिखाया तो पता चला कि वे कार्डियोमायोपैथी से पीड़ित हैं. हेयरफील्ड अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें हार्ट ट्रांसप्लांट करने की सलाह दी. बर्ट जानसन पर तो जैसे पहाड़ टूट गया हो. इस छोटी सी उम्र में दिल ने ठीक से काम करना बंद कर दिया. किसी के लिए भी यह चिंता की बात होगी. वह भी आज से 40 साल पहले की बात है.
At aged 17, Bert Janssen received a life-saving heart transplant at Harefield. Over 39 years later, he has been verified as the world’s longest surviving heart transplant patient.
Read about how Bert’s life was transformed by his transplant https://t.co/GzJ12unQGq #HeartMonth pic.twitter.com/HHvRtKzA8c
— Royal Brompton and Harefield (@RBandH) February 8, 2024
30 हार्ट की जांच की गई
जानसन ने हामी भर दी, तो ट्रांसप्लांट के लिए डोनर तलाशा जाने लगा. 30 हार्ट की जांच की गई, लेकिन कोई भी मैच नहीं कर पाया. बाद में लंदन में कार एक्सिडेंट में मारे गए एक शख्स का हार्ट मैच कर गया. 6 जून 1984 को डॉक्टरों ने हार्ट ट्रांसप्लांट किया. और काफी तेजी से ठीक भी हो गए. जानसन ने कहा, मैं उस शख्स का हमेशा से आभारी रहूंगा, जिसकी वजह से आज मैं जिंदा हूं.
जानसन एक कुशल ग्लाइडर पायलट
आप जानकर हैरान होंगे कि जानसन एक कुशल ग्लाइडर पायलट हैं. इसी हार्ट के सहारे वे हवाई उड़ान भरते हैं. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने सितंबर 2023 में उन्हें सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले हृदय प्रत्यारोपण रोगी के रूप में मान्यता दी थी. जानसन हाल ही में 40 साल के हो गए और उन्हें कोई तकलीफ नहीं है. वह कहते हैं, सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मैं दूसरों के लिए एक मानदंड स्थापित करूं. लोगों को इससे बिल्कुल भी नहीं डरना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : February 8, 2024, 18:04 IST