नई दिल्ली. Google प्ले स्टोर एंड्रॉयड यूजर्स को लाखों ऐप्स ऑफर करता है. स्टोर पर हर तरह के काम के लिए आपको कोई न कोई ऐप मिल जाएंगे. साइबर क्रिमिनल्स इसे एक मौके की तरह देखते हैं. अपराधी ऐप्स में सीक्रेट तरीके से ऐप्स में मैलवेयर एम्बेड करते हैं तो भोले-भाले लोगों का डेटा चोरी करने और उन्हें लूटने की कोशिश करते हैं. इन ऐप्स की जांच के लिए गूगल के पास प्ले प्रोटेक्ट नाम का एक प्रोग्राम है. हालांकि, कुछ ऐप्स फिर भी टाइट सिक्योरिटी से बायपास करने में सफल हो जाते हैं. यही बाद में यूजर्स के लिए खतरा बनते हैं. एक हालिया रिपोर्ट में 12 ऐसे खतरनाक ऐप्स की जानकारी दी हई है. इनमें से 6 ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद हैं और ये मैलवेयर फैला रहे हैं.
BleepingComputer की रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर सिक्योरिटी कंपनी ESET के रिसर्चर्स ने 12 खतरनाक ऐप्स की पहचान की है. इनमें VajraSpy नाम का रिमोट एक्सेस ट्रोजन (RAT) मौजूद है. इस मैलवेयर का इस्तेमाल पैचवर्क APT ग्रुप द्वारा जासूसी के किया जाता है. इनमें से 6 ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर आधिकारिक तौर पर गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध थे. वहीं, बाकी 6 को थर्ड पार्टी ऐप स्टोर्स के जरिए एक्सेस किया जा सकता है.
पाकिस्तान के यूजर्स को किया जा रहा था टारगेट
इनमें से 11 ऐप्स मैसेजिंग ऐप्स के तौर पर उपलब्ध थे. वहीं, एक को न्यूज पोर्टल के तौर पर मौजूद था. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐप्स में मौजूद मैलवेयर का इस्तेमाल विशेष रूप से पाकिस्तान में यूजर्स को टारगेट करने के लिए किया गया था.
एक बार डाउनलोड किए जाने के बाद ये ऐप्स स्मार्टफोन में VajraSpy नाम का मैलवेयर फैलाते हैं. ये मैलवेयर कॉन्टैक्ट्स, मैसेज, फाइल्स, डिवाइस लोकेशन और यहां तक कि इंस्टॉल किए गए ऐप्स की लिस्ट जैसे डेटा निकालने में सक्षम है.
- Rafaqat
- Privee Talk
- MeetMe
- Let’s Chat
- Quick Chat
- Chit Chat
- Hello Chat
- YohooTalk
- TikTalk
- Nidus
- GlowChat
- Wave Chat
गूगल प्ले स्टोर में मौजूद लगभग सभी ऐप्स को हटा लिया गया है. वहीं, किसी थर्ड पार्टी ऐप स्टोर या प्लेटफॉर्म्स से भी इन ऐप्स को आप गलती से डाउनलोड न करें और अगर पहले कभी कर लिया हो तो इन्हें फोन से तुरंत हटा दें. क्योंकि, ये आपका डेटा चोरी कर सकते हैं और आपका बैंक अकाउंट खाली भी कर सकते हैं. साथ ही किसी अन्य ऐप को भी डाउनलोड करें तो पहले से उसके बारे में अच्छे से जांच परख लें.
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FIRST PUBLISHED : February 3, 2024, 16:33 IST