Dzire is Maruti’s first car with 5-star safety rating | मारुति डिजायर 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग वाली मारुति की पहली कार: BNCAP क्रैश टेस्ट में बच्चों की सेफ्टी के लिए 41.57 पॉइंट मिले, बलेनो को 4 स्टार

नई दिल्ली3 घंटे पहले

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भारत NCAP में पहली बार मारुति की कारों का क्रैश टेस्ट किया गया। - Dainik Bhaskar

भारत NCAP में पहली बार मारुति की कारों का क्रैश टेस्ट किया गया।

मारुति सुजुकी की पॉपुलर सेडान डिजायर को भारत NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग मिली है। एजेंसी के क्रैश टेस्ट रिजल्ट के अनुसार, डिजायर को एडल्ट के लिए 34 में से 29.46 और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 49 में से 41.57 पॉइंट मिले हैं।

भारत NCAP में पहली बार मारुति की दो कारों का क्रैश टेस्ट किया गया। इसमें फोर्थ जनरेशन डिजायर और बलेनो के अपडेटेड 2025 मॉडल शामिल रहे। डिजायर मारुति की पहली कार है जिसे एडल्ट और चाइल्ड दोनों की सेफ्टी के लिए 5 स्टार रेटिंग मिली है।

इससे पहले मारुति की ब्रेजा को ग्लोबल NCAP से सबसे ज्यादा 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी। वहीं, अब बलेनो को भारत NCAP से एडल्ट के लिए 4 और बच्चों की सेफ्टी के लिए 3 स्टार रेटिंग मिली है।

डिजायर मारुति ब्रांड की एकमात्र कार भी बन गई है, जिसका क्रैश टेस्ट भारत और ग्लोबल NCAP दोनों में किया गया और दोनों में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली। थर्ड जनरेशन डिजायर को क्रैश टेस्ट में सिर्फ 2 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी।

आइए जानते हैं क्रैश टेस्ट में दोनों कारों का स्कोर क्या रहा…

मारुति डिजायर: भारत एनसीएपी क्रैश टेस्ट डिकोड

भारत एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का फ्रंटल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का फ्रंटल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का साइड इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का साइड इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का साइड पोल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का साइड पोल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

मारुति डिजायर : एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट

  • फ्रंटल इंपैक्ट टेस्ट – 64kmph की स्पीड में हुए फ्रंटल इंपैक्ट टेस्ट में डिजायर को 16 में से 14.17 अंक मिले। इसमें ड्राइवर की छाती की प्रोटेक्शन को ‘मार्जिनल’ करार दिया गया, जबकि पैसेंजर की छाती का प्रोटेक्शन ‘पर्याप्त’ बताया गया है। आगे बैठे दोनों लोगों के सिर, गर्दन, कमर, टखनों और जांघों की प्रोटेक्शन को ‘अच्छा’ बताया गया। इसके अलावा ड्राइवर के दोनों पैरों की टिबिया (घुटने और टखने के बीच का हिस्सा) और फ्रंट पैसेंजर के बाएं टिबिया को भी अच्छी सुरक्षा रेटिंग मिली। इसका फुटवेल एरिया और बॉडीशेल इंटीग्रिटी ‘स्थिर’ बताई गई है।
  • साइड इम्पेक्ट टेस्ट – सेडान का 50kmph की स्पीड से साइड इंपैक्ट टेस्ट किया गया, जिसमें इसे 16 में से 15.29 अंक मिले। इस टेस्ट में सिर, पेट और पेल्विस के हिस्से को ‘अच्छा’ प्रोटेक्शन मिला, जबकि छाती को पर्याप्त सेफ्टी मिली।
  • साइड पोल इम्पेक्ट टेस्ट – इस टेस्ट में ड्राइवर के सिर, छाती, पेट और कूल्हों की सेफ्टी को अच्छा पाया गया। इन तीनों टेस्ट की परफॉर्मेंस के बेस पर मारुति डिजायर को एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 32 में से 31.24 पॉइन्ट मिले, जो 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग के लिए काफी है।

मारुति डिजायर : चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट

  • डिजायर को चाइल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 49 में से 41.57 पॉइन्ट्स मिले, जिससे इस कैटेगरी में 5 स्टार क्रैश टेस्ट रेटिंग मिली। टेस्ट में 18 महीने और एक 3 साल के बच्चे के बराबर की डमी को चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम पर उल्टी दिशा की तरफ रखा गया। इस कैटेगरी में कार डायनामिक स्कोर 24 में से 23.57, चाइल्ड रेस्टरेंट सिस्टम (CRS) इंस्टॉलेशन स्कोर 12 में से 12 और व्हीकल असिसमेंट स्कोर 13 में से 6 रहा।
  • क्रैश टेस्ट में डिजायर को 18 महीने के बच्चे की सुरक्षा के लिए 12 में से 12 पॉइंट मिले। वहीं, 3 साल के बच्चे की सुरक्षा के लिए कार को 12 में से 11.57 अंक मिले। हालांकि, प्रोटेक्शन के लेवल्स की जानकारी शेयर नहीं की गई है।
क्रैश टेस्ट में चाइल्ड प्रोटेक्शन के लिए बच्चों की डमी रखी गई।

क्रैश टेस्ट में चाइल्ड प्रोटेक्शन के लिए बच्चों की डमी रखी गई।

मारुति बलेनो: भारत एनसीएपी स्कोर डिकोड

भारत एनकैप में मारुति सुजुकी की प्रीमियम हेचबैक बलेनो का दो बार क्रैश टेस्ट किया गया। इसमें एक बार 2 एयरबैग के साथ डेल्टा वैरिएंट का और दूसरा 6 एयरबैग के साथ अल्फा वैरिएंट का टेस्ट शामिल था। दोनों ही बार कार को एडल्ट की सेफ्टी के लिए 4 स्टार और बच्चों की सेफ्टी के लिए 3 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली।

भारत एनकैप में मारुति बलेनो का फ्रंटल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में मारुति बलेनो का फ्रंटल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में मारुति बलेनो का साइड इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में मारुति बलेनो का साइड इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में मारुति बलेनो का साइड पोल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

भारत एनकैप में मारुति बलेनो का साइड पोल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।

मारुति बलेनो : एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट

  • फ्रंटल इंपैक्ट टेस्ट – 64kmph की स्पीड में हुए फ्रंटल इंपैक्ट टेस्ट में बलेनो को दोनों ही बार 16 में से 11.54 अंक मिले। इसमें आगे बैठे दोनों लोगों के सिर और गर्दन की प्रोटेक्शन को ‘अच्छा’ बताया गया। जबकि, ड्राइवर की टिबिया, पंजे और साइड पैसेंजर की छाती, कूल्हे, जांग और टिबिया की सेफ्टी को सिर्फ पर्याप्त पाया गया। वहीं, ड्राइवर की छाती, कूल्हे और जांग को मामूली सुरक्षा मिली। इसका फुटवेल एरिया और बॉडीशेल इंटीग्रिटी ‘स्थिर’ बताई गई है।
  • साइड इम्पेक्ट टेस्ट – प्रीमियम हेचबैक का 50kmph की स्पीड से साइड इंपैक्ट टेस्ट किया गया, जिसमें इसे 2 एयरबैग के साथ 16 में से 12.50 और 6 एयरबैग के साथ 16 में से 14.99 अंक मिले अंक मिले।इस टेस्ट में 2 एयरबैग के साथ ड्राइवर के सिर्फ कूल्हे को अच्छी सुरक्षा मिली, जबकि सिर और पेट की सेफ्टी पर्याप्त पाई गई। इसके अलावा, छाती की सुरक्षा को मार्जिनल माना गया। वहीं 6 एयरबैग के साथ ड्राइवर के सिर, पेट और कूल्हे को अच्छी सुरक्षा मिली। छाती को पर्याप्त सेफ्टी दी गई।
  • साइड पोल इम्पेक्ट टेस्ट – इस टेस्ट में ड्राइवर के सिर, छाती, पेट और कूल्हों की सेफ्टी को अच्छा पाया गया। इन तीनों टेस्ट की परफॉर्मेंस के बेस पर एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में मारुति बलेनो को 2 एयरबैग के साथ 32 में से 24.04 और 6 एयरबैग के साथ 32 में से 26.52 पॉइन्ट मिले, जिससे इसे 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली।

मारुति डिजायर : चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट

  • चाइल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में बलेनो के दोनों मॉडल को 49 में से 34.81 पॉइट मिले, जिससे इस कैटेगरी में 3 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली। इस कैटेगरी में कार डायनामिक स्कोर 24 में से 16.81, चाइल्ड रेस्टरेंट सिस्टम (CRS) इंस्टॉलेशन स्कोर 12 में से 12 और व्हीकल असिसमेंट स्कोर 13 में से 6 रहा।
  • क्रैश टेस्ट में बलेनो को 18 महीने के बच्चे की सुरक्षा के लिए 12 में से 11.17 पॉइंट मिले। वहीं, 3 साल के बच्चे की सुरक्षा के लिए कार को 12 में से 5.63 अंक मिले। हालांकि, प्रोटेक्शन के लेवल्स की जानकारी शेयर नहीं की गई है।
AB- एयरबैग

AB- एयरबैग

क्रैश टेस्ट की प्रोसेस

1. टेस्ट के लिए इंसान जैसी 4 से 5 डमी को कार में बैठाया जाता है। बैक सीट पर बच्चे की डमी होती है, जो चाइल्ड ISOFIX एंकर सीट पर फिक्स की जाती है।

2. गाड़ी को फिक्स्ड स्पीड पर ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर (हार्ड ऑब्जेक्ट) से टकराकर देखा जाता है कि गाड़ी और डमी को कितना नुकसान पहुंचा है। ये तीन तरीके से किया जाता है।

  • फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट में कार को 64 kmph की रफ्तार पर बैरियर से टकराया जाता है।
  • साइड इम्पैक्ट टेस्ट में गाड़ी को 50 kmph की स्पीड पर बैरियर से टकराया जाता है।
  • पोल साइड इम्पैक्ट टेस्ट में कार को फिक्स स्पीड पर पोल से टकराकर देखा जाएगा। पहले दो टेस्ट में कार के 3 स्टार रेटिंग हासिल करने पर तीसरा टेस्ट किया जाता है।

3. टेस्ट में देखा जाता है कि इम्पैक्ट के बाद डमी कितनी डैमेज हुई, एयरबैग और सेफ्टी फीचर्स ने काम किया या नहीं। इन सभी के आधार पर रेटिंग दी जाती है।

क्रैश टेस्ट की स्कोरिंग

एडल्ट प्रोटेक्शन चाइल्ड प्रोटेक्शन

स्टार रेटिंग

स्कोर

स्टार रेटिंग

स्कोर

5 स्टार

27

5 स्टार

41

4 स्टार

22

4 स्टार

35

3 स्टार

16

3 स्टार

27

2 स्टार

10

2 स्टार

18

1 स्टार

4

1 स्टार

9

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