Deadline for updating KYC of Fastag from bank extended | फास्टैग में KYC अपडेट कराने की डेडलाइन एक महीने बढ़ी: NHAI ने किया फैसला, 6 स्टेप फॉलो कर ऑनलाइन अपडेट करें

नई दिल्ली2 घंटे पहले

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देश में 8 करोड़ से ज्यादा फास्टैग यूजर्स हैं। - Dainik Bhaskar

देश में 8 करोड़ से ज्यादा फास्टैग यूजर्स हैं।

अगर आपने अपनी कार के फास्टैग को अब तक बैंक से नो योर कस्टमर (KYC) अपडेट नहीं कराया है तो आपको एक महीने का समय और मिल गया है। क्योंकि, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने फास्टैग को बैंक से KYC अपडेट कराने की डेडलाइन एक महीने के लिए बढ़ा दी है।

PTI की रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘1.27 करोड़ मल्टीपल फास्टैग में से सिर्फ 7 लाख बंद किए गए हैं। इसलिए, हम KYC की डेडलाइन को एक महीने और बढ़ा रहे हैं।’

इससे पहले, NHAI ने 15 जनवरी एक नोटिफिकेशन जारी किया था। इसमें बैंकों को 31 जनवरी 2024 के बाद बैंक से बिना KYC वाले फास्टैग को डिएक्टिव करने को कहा गया था।

NHAI ने फास्टैग कस्टमर्स से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों के अनुसार फास्टैग के लिए KYC प्रक्रिया को पूरा करने को कहा है, ताकि बिना किसी परेशानी के फास्टैग की सुविधा मिलती रहे। फास्टैग KYC अपडेट नहीं हुआ तो इसमें बैलेंस होने के बावजूद पेमेंट नहीं होगा।

मई 2023 तक देश में कुल 7.06 करोड़ व्हीकल्स पर फास्टैग लगे थे।

मई 2023 तक देश में कुल 7.06 करोड़ व्हीकल्स पर फास्टैग लगे थे।

एक गाड़ी में सिर्फ एक फास्टैग काम करेगा
कस्टमर्स अब एक गाड़ी में सिर्फ एक फास्टैग यूज कर सकेंगे। NHAI ने अपने बयान में कहा कि फास्टैग यूजर्स को ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ नीति का पालन करना होगा और पहले जारी किए गए सभी फास्टैग को अपने संबंधित बैंकों को वापस करना होगा। अब सिर्फ नए फास्टैग अकाउंट एक्टिव रहेंगे।

NHAI ने फास्टैग से टोल वसूलने के लिए टोल प्लाजा के वेटिंग टाइम को कम करने और पारदर्शिता लाने के लिए ‘एक वाहन, एक फास्टैग’ अभियान शुरू किया है। कहा जा रहा है कि NHAI ने यह पहल एक गाड़ी के लिए कई फास्टैग जारी करने और RBI के नियमों का उल्लंघन कर KYC के बिना फास्टैग जारी किए जाने की हालिया रिपोर्टों के जवाब में की है।

क्या होता है फास्टैग?
फास्टैग एक प्रकार का टैग या स्टिकर होता है। यह वाहन की विंडस्क्रीन पर लगा हुआ होता है। फास्टैग रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन या RFID तकनीक पर काम करता है। इस तकनीक के जरिए टोल प्लाजा पर लगे कैमरे स्टिकर के बार-कोड को स्कैन कर लेते हैं और टोल फीस अपनेआप फास्टैग के वॉलेट से कट जाती है।

फास्टैग के इस्तेमाल से वाहन चालक को टोल टैक्स के भुगतान के लिए रूकना नहीं पड़ता है। टोल प्लाजा पर लगने वाले समय में कमी और यात्रा को सुगम बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

ये आंकड़े मई 2023 तक के हैं।

ये आंकड़े मई 2023 तक के हैं।

बैंक और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीद सकते हैं फास्टैग
देश के किसी भी टोल प्लाजा से आप फास्टैग खरीद सकते हैं। इसके अलावा एक्सिस बैंक, ICICI बैंक, HDFC बैंक, SBI, कोटक बैंक की ब्रांच से भी आप इसे खरीद सकते हैं। पेटीएम, अमेजन, गूगल पे जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी आप इसे खरीद सकते हैं। फास्टैग अकाउंट को इस ऐप से लिंक करके पेमेंट भी कर सकते हैं।

आप चाहें तो अपने बैंक अकाउंट को इस ऐप से लिंक कर सकते हैं। इससे जब भी आप किसी टोल प्लाजा से गुजरेंगे तो टोल टैक्स आपके अकाउंट से कट जाएगा। फास्टैग खरीदते समय आपके पास ID प्रूफ और गाड़ी का रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट होना जरूरी है।

फास्टैग स्टिकर 5 साल के लिए वैलिड होता है, इसके बाद वैलिडिटी बढ़वानी होगी
एक बार खरीदा गया फास्टैग स्टिकर 5 साल के लिए वैलिड होता है। यानी 5 साल बाद आपको स्टीकर बदलवाना या इसकी वैलिडिटी बढ़वानी पड़ती है।

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