daughter wrote a book against the evils prevalent in the society – News18 हिंदी

मनमोहन सेजू/बाड़मेर:- कहते हैं कि अपना हुनर दिखाने के लिए कोई उम्र की सीमा तय नहीं होती है. एक छोटा बच्चा भी अपने हुनर से दुनिया को हैरान कर सकता है. दुनिया में ऐसे कई उदाहरण देखने और सुनने को मिल जाएंगे, जिनमें छोटी सी उम्र में ही बच्चे गीत-संगीत, अभिनय, नृत्य, कला, लेखन आदि क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हैं.

दुनिया में कुछ अलग कर दिखाने की कोई उम्र नहीं होती है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि अगर आप लेखक होने का मतलब ऊंची पढ़ाई और ढ़ेर सारा अनुभव मानते हैं, तो अब यह धारणा बदल गई है. किताब लिखने के लिए कल्पना और नजरिया जरूरी है. ऐसा ही कुछ 19 साल की रानी ने कर दिखाया है. बीए प्रथम वर्ष की छात्रा रानी जांगिड़ बताती हैं कि किताब लिखने के लिए ऊंची पढ़ाई और अनुभव की नहीं, बल्कि लिखने की कल्पना और नजरिए की जरूरत होती है. वह कहती हैं कि किताब लिखने की प्रेरणा उन्हें अपनी मां से मिली.

मां से मिली प्रेरणा
दरअसल बाड़मेर जिले के गंगासरा गांव की रानी जांगिड़ की स्कूली शिक्षा अपने गांव से ही हुई. इसके बाद वह कॉलेज की पढ़ाई के लिए बाड़मेर शहर के पीजी महाविद्यालय में प्रवेश लिया और अब बीए प्रथम वर्ष में अध्ययनरत हैं. रानी के पिता भगाराम लकड़ी का काम करते हैं और माता लीला देवी गृहणी हैं. माता लीला देवी भले ही पांचवी पास हैं, लेकिन रानी ने अपनी मां की प्रेरणा से ही अपनी उड़ान भरी है. रानी बताती हैं कि ‘उड़ान….मेरे कलम की’ किताब में 50 कविताएं शामिल हैं. इसके अलावा इसमें 52 पृष्ठ हैं और इसका प्रकाशन छतीसगढ़ के बिलासपुर में किया गया है.

‘उड़ान….मेरे कलम की’ पुस्तक 199 रुपये में अमेजन, फिल्पकार्ट पर उपलब्ध है. इसके अलावा ई-बुक और प्ले स्टोर पर भी यह पुस्तक उपलब्ध है. रानी ने यह किताब 9वीं कक्षा में लिखना शुरू किया था और करीब 4 साल की मेहनत के बाद इसका प्रकाशन हुआ है.

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खिलखिलाती दोस्ती और यौवन का वर्णन
रानी जांगिड़ की इस किताब में कुछ किस्से ऐसे हैं, जो जिम्मेदारियों, परम्पराओं और समाज की बेड़ियों में लिपटे हैं. इन सबके बीच में भी वह अपने उन अरमानों ,सपनों और जज्बातों को लेकर चलती है, जिनकी बाधा हमेशा समाज का कोई न कोई तत्व बनकर रह जाता है. कवयित्री रानी बताती हैं कि इस पुस्तक में नारी की उभरती प्रतिभा, उसकी शिक्षा से लेकर उसके चमकते बचपन, खिलखिलाती दोस्ती से लेकर धुंधलाते यौवन और तमसपूर्ण जिंदगी का वर्णन किया गया है.

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