Chinese Economy Getting Worse In 2024: चीन के लिए साल 2023 की सबसे बड़ी बुरी खबर इसकी गिरती अर्थव्यवस्था रही. देश की अर्थव्यवस्था को कोविड-19 शटडाउन के प्रभाव से उबरने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है और लंबे समय से चल रही संरचनात्मक समस्याओं को नजरअंदाज करना अब असंभव हो गया है.
आर्थिक आंकड़े पूरे साल परेशान करने वाले रहे हैं और इसमें कोई सुधार नहीं हो रहा है. फॉरेन पॉलिसी के एक लेख में कहा गया है कि विदेशी निवेश में गिरावट आई है और पूंजी का बाहर जाना तेजी से बढ़ा है. हालांकि कागजों पर नौकरी की संख्या कुछ हद तक ठीक हो गई है, लेकिन आधिकारिक आंकड़े बेहद अविश्वसनीय हैं, और जमीन पर तस्वीर निराशाजनक है. चीन में युवा बेरोजगारी इतनी ऊंचाई पर पहुंच गई है कि सरकार ने इस साल आंकड़े प्रकाशित करना बंद कर दिया.
IMF ने आंकड़ों के आधार पर किया अनुमान
चीन के ही आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि अगले साल चीन की GDP में 5 फीसदी से अधिक की वृद्धि होगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह सच है भी या नहीं. नए ग्रेजुएट्स के लिए समय सबसे खराब है, जो 2009 के वित्तीय संकट के दौरान युवा अमेरिकियों की तरह नौकरी संकट का सामना कर रहे हैं. चीन के आर्थिक संकट का एक मुख्य कारण यह है कि लोग खर्च नहीं कर रहे हैं. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि चीनी सरकार ने महामारी के दौरान परिवारों को सहायता देने में कंजूसी की. जीरो-कोविड नीति लागू करने के लिए बड़े पैमाने पर सरकारी खर्च किया गया, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों के पास जनता का समर्थन करने के लिए पैसे बचे ही नहीं.
चीन में प्राइवेट सेक्टर पर गिरी गाज
चीन में पिछले तीन सालों में प्राइवेट सेक्टर के कुछ हिस्सों पर लगातार सरकारी कार्रवाई की गई, जिससे गेम प्रोग्रामिंग से लेकर स्कूल ट्यूशन तक हर चीज में नौकरियां चली गईं. इस सबने लोगों को सरकारी सत्ता की मनमानी और उसके साथ आने वाले जोखिम के बारे में और अधिक जागरूक बना दिया है. उम्मीद थी कि इस साल ये कार्रवाई ख़त्म हो सकती हैं, लेकिन इसका और विस्तार हो गया. लॉकडाउन के दौरान नौकरियां गायब होने के बाद, अब चीन में लोगों को भविष्य पर ज्यादा भरोसा नहीं है. लोग शादी नहीं कर रहे हैं, जिससे जनसांख्यिकीय संकट बढ़ गया है. लेख में कहा गया है, जैसा कि कई लोगों को डर था, चीन अमीर होने से पहले बूढ़ा होता दिख रहा है.
रियल एस्टेट में बढ़ी कीमतें
चीन में लोगों की सेविंग्स भी सुरक्षित नहीं है. चीन में धन निवेश के लिए रियल एस्टेट एक प्रमुख माध्यम है, जहां 70 फीसदी घरेलू प्रॉपर्टी इसी में होती है. दो दशकों तक प्रॉपर्टी की कीमतें बाकी अर्थव्यवस्था की तुलना में तेजी से बढ़ीं. अब, चीन के रियल एस्टेट डेवलपर्स लगभग दिवालिया हो गए हैं और यह धीरे-धीरे बर्बाद हो रहा है. सरकार ने नए घरों की कीमतें बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की है, लेकिन वे अभी भी गिर रही हैं. उम्मीद थी कि 2023 में चीनी अर्थव्यवस्था ठीक हो जाएगी और वैश्विक विकास के इंजन के रूप में अपनी भूमिका निभाने लगेगी. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, इसके बजाय, यह उस पॉइंट पर रुक गया जिसे EMF ड्रैग कहा जाता है.
चीन में नए साल का खतरा
चीन की कई समस्याओं, रियल एस्टेट संकट, कमजोर खर्च और उच्च युवा बेरोजगारी – के बावजूद, अधिकांश अर्थशास्त्रियों का मानना है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था इस साल अपने विकास लक्ष्य को लगभग 5 फीसदी तक पहुंचाएगी. लेकिन यह अभी भी कोविड महामारी से पहले के औसत 6 फीसदी से नीचे है और नया साल 2024 अशुभ दिख रहा है. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद देश को दशकों तक ठहराव का सामना करना पड़ सकता है.