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Goat Farming: कमली पाल ने मध्यप्रदेश सरकार की बकरी पालन योजना से पलायन छोड़कर घर में ही रोजगार शुरू किया. योजना के तहत मिली 18 बकरियों से दूध और खाद बेचकर सालाना 2 लाख रुपए कमा रही हैं.
हाइलाइट्स
- कमली पाल ने बकरी पालन से सालाना 2 लाख कमाए.
- पहले दिल्ली-जम्मू में मजदूरी करती थीं कमली पाल.
- बकरी पालन योजना से कमली को घर बैठे रोजगार मिला.
Bakri Palan Yojana: मध्यप्रदेश सरकार पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा चलाई जा रही बकरी पालन योजना हितग्राहियों के लिे किसी वरदान से कम नही है. ऐसी ही एक कहानी है जिले के राजनगर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम औटापुरवा की निवासी कमली पाल की. बता दें, कमली पहले पलायन कर जिले के बाहर रोजगार के लिए जाती थीं, पर योजना के लाभ से अब घर बैठे आमदनी हो रही है.
कमली पाल के पति बताते हैं कि शुरुआत में योजना के तहत 11 बकरियों के बच्चे दिए गए थे. जिसमें 1 बकरा भी शामिल था. इसके बाद 7 बकरियां और दी गईं. हमारे पास कुल 18 नग हैं. हालांकि, 2 बकरियां हमनें रिश्तेदारों को दे दी हैं.
योजना में मिली इतनी छूट
बता दें, इनकों 2023-24 में बकरी पालन इकाई 10 प्लस 1 योजना के तहत लाभ मिला था, जिसमें लागत 77 हजार 456 रूपए आई और 30 हजार 982 रूपए का अनुदान प्राप्त हुआ था. इस योजना के लाभ से कमली का जीवन बदल गया है.
कमली बताती हैं कि उन्हें पहले परिवार खर्च के लिए दिल्ली और जम्मू में जाकर मजदूरी करनी पड़ती थी. लेकिन बकरी पालन योजना से अब घर बैठें ही रोजगार मिल गया है. बकरियों से दूध भी बेच लेते हैं. हर दिन 4 लीटर तो दूध ही बेच लेते हैं. हालांकि, बच्चों को भी दूध पिलाते हैं. साथ ही खाद भी बेच लेते हैं.
मजदूरी छोड़ शुरू किया व्यवसाय
बताते हैं कि सालभर में बकरियों के बच्चे तैयार हो जाते हैं. 1 बकरी या बकरा 8 से 10 हज़ार रुपए का बिक जाता है. सालभर में सब मिलाकर लगभग 2 लाख रुपए की कमाई आसान से कर सकते हैं.
Seasoned journalist Dallu Slathia brings over 5 years of expertise in digital media, leading coverage across 4 states for Local18- MP, Jharkhand, Himachal Pradesh and Haryana. Her experience in digital journali…और पढ़ें
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