फिल्म निर्देशक अली अब्बास जफ़र देशभक्ति से लैस एक और कहानी लेकर हमारे बीच लौट आए हैं. फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ कहानी है फिरोज और राकेश नाम के भारतीय सेना के दो जांबाज अफसरों की जिनका किरदार अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ ने निभाया है।
फिल्म: बड़े मियां छोटे मियां
कास्ट: अक्षय कुमार, टाइगर श्रॉफ, मानुषी छिल्लर, पृथ्वीराज सुकुमारन, रोनित रॉय, अलाया फर्नीचरवाला और सोनाक्षी सिन्हा
रनटाइम: 2 घंटे 45
रेटिंग्स: 4 स्टार्स
निर्देशक: अली अब्बास जफर
कहानी: फिल्म निर्देशक अली अब्बास जफ़र देशभक्ति से लैस एक और कहानी लेकर हमारे बीच लौट आए हैं. फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ कहानी है फिरोज और राकेश नाम के भारतीय सेना के दो जांबाज अफसरों की जिनका किरदार अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ ने निभाया है। फिल्म में दिखाया गया है कि किस प्रकार भारतीय सेना से जुड़ा कबीर नाम का एक जवान का एक जवान तकनीकी तौर पर इतना प्रबल होता है की वो स्वयं बेहतरीन सिपाहियों के एसव क्लोन तैयार करता है जो बेहद शक्तिशाली होते हैं और उन्हें अपने अनुसार नियंत्रित किया जा सकता है। कबीर की खोज से भारतीय सेना के कर्नल आदिल शेखर आजाद बेहद खुश होते हैं लेकिन इसे मानवीय और मौलिक रूप से खतरनाक बताते हुए इसे उप्योप्ग में लाने से इनकार कर देते हैं। इस बात से खफा कबीर के मन में उनके प्रति प्रतिशोध की भावना की भावना पैदा होती है और वो भारत को नष्ट करने हेतु अपनी इस खोज और तकनीक का इस्तेमाल करता है। लेकिन उसके मंसूबों पर फिरोज और राकेश पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं और उसका खत्म करने में जुट जाते हैं।
अभिनय: फिल्म में टाइगर श्रॉफ के अभिनय की बात करें तो यहां वें काबिल-ए-तरीक हैं। यहां वें अक्षय कैसे मंझे हुए और वरिष्ठ अभिनेता के सामने भी पूरी मजबूती के साथ खड़े हुए नजर आए। अक्षय अपने कॉमिक और कॉंफिडेंट अंदाज से हमें खूब एंटरटेन करते दिखे। फिल्म में उनके पंचलाइन हमें खूब हंसाते हैं। बात करें मानुषी की तो एक अभिनेत्री के रूप में उनके प्रगति देखने को मिली है। फिल्म में जिस तरह से वे एक आर्मी अफसर के रूप में एक्शन करती हैं, ये भी सराहनीय है। अपनी गंभीर तौर इंटेंस एक्टिंग के लिए जाने जानेवाले रोनित रॉय भी अपने रोल के साथ न्याय करते दिखे. बात करें पृथ्वीराज सुकुमारन तो नेगेटिव रोल में वे यहां हमारा दिल जीतते हुए नजर आ रहे हैं। उनके एक्टिंग में वो नफरत और दरिंदगी देखने को मिलती है जिसकी उनके किरदार को आवश्यकता थी।
म्यूजिक: फिल्म में वैसे तो इतने प्रभावशाली गाने सुनने को नहीं मिलते जो आपका मन मोह लेकिन फिल्म में जिस प्रकार से एक्शन सीन्स में बैकग्राउंड म्यूजिक का इस्तेमाल किया गया है, ये आपको लाइव और रियलटाइम सिनेमा देखने का एक अनंददायी अनुभव प्रदान करते हैं।
फाइनल टेक: फिल्म में सबसे पहले इसकी खूबियों की बात करें तो अली अब्बास जफर एक्शन फिल्मों के मामले में यकीनन उस्ताद हैं। जिस तरह से वें मार-धाड़ और हाई लेवल के सीन्स फिल्माते हैं, ये अद्भुत है। चाहे वो कोई कार चेस सीन हो, बम ब्लास्ट सीन हो, गोली बारे के दृश्य हो या जंग के, इन्हें फिल्म में बखूभी दर्शाया गया है और सिनेमाघरों में ये आपको रोमांचित करेंगे। साथ ही अक्षय और टाइगर की जोड़ी कहानी में एंटरटेनमेंट का तड़का लगाती है। बात करें फिल्म की खामियों की तो इसकी कहानी बेहद पेचीदा है। जिस तरह से फिल्म में इसके किरदार, उनके बेकग्राउंड और उनमें ट्विस्ट और टर्न हैं, अगर आप इसे ध्यानपूर्वक न देखें तो ये बड़ी आसानी से आपको कंफ्यूज कर देंगे। फिल्म में डायलॉग्स भी कमजोर हैं जिनपर और काम किया जा सकता है। अन्यथा ये फिल्म सिनेमाघरों में आपको भरपूर एंटरटेन करती है।