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Success Story: झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले अरविंद कुमार मिश्रा शहर में एक कोचिंग सेंटर चलाते हैं. उन्हें सक्सेस गुरु के भी नाम से जाना जाता है. उन्होंने हजारों बच्चों को आईआईटी, डिफेंस और अन्य कॉम्पिटे…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- अरविंद कुमार मिश्रा झारखंड के सबसे बड़े कोचिंग सेंटर के मालिक हैं.
- अरविंद ने हजारों बच्चों को आईआईटी, डिफेंस में सफलता दिलाई है.
- अरविंद 90% सवाल बिना बुक देखे सॉल्व कर देते हैं.
रांची: झारखंड की राजधानी रांची के अरविंद कुमार मिश्रा को एएके मिश्रा के नाम से भी जाना जाता है. साथ ही उन्हें सक्सेस गुरु भी कहा जाता है. वह रांची के निवासी हैं और यहां अपना कोचिंग सेंटर चलाते हैं. उन्होंने हजारों बच्चों को आईआईटी, डिफेंस और अन्य कॉम्पिटेटिव एक्जाम में सफलता दिलाई है. उन्होंने एयरफोर्स में भी नौकरी की है और दो बार यूपीएससी के इंटरव्यू तक पहुंचे हैं.
अरविंद कुमार को मैथमेटिक्स का सबसे बड़े एक्सपर्ट माना जाता है. वह बिना बुक देखे 90% सवाल सॉल्व कर देते हैं. उनके पढ़ाए हुए बच्चे यूएसए, कनाडा और अन्य कई देशों में मौजूद हैं और अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि यहां तक आना आसान नहीं था. गरीब परिवार से निकलकर अपने सपने को पूरा करना एक बड़ी चुनौती थी.
अरविंद कुमार ने बताया कि कभी जूते खरीदने के पैसे नहीं थे, लेकिन उन्होंने इसे सकारात्मक रूप में लिया. उन्होंने बिना किसी शिकायत के अपनी पढ़ाई जारी रखी. उनका जन्म यूपी के एक छोटे से गांव में हुआ और पिताजी प्राइमरी स्कूल के टीचर थे. इसलिए बचपन से ही टीचिंग का शौक था.
अरविंद ने बताया कि वह UPSC में 2 बार इंटरव्यू तक पहुंचे, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने एयरफोर्स में टीचिंग फैकल्टी के रूप में 13 साल काम किया. उन्हें पढ़ाने में आनंद आता था, इसलिए उन्होंने इसे व्यवसाय के रूप में चुना और रांची के लालपुर में मिश्रा इंस्टिट्यूट की शुरुआत की. अब वह 30 सालों से बच्चों को पढ़ा रहे हैं.
अरविंद बताते हैं कि पहले उनका इंस्टिट्यूट छोटा था, लेकिन धीरे-धीरे बच्चों की संख्या बढ़ने लगी. उन्हें उनका पढ़ाने का तरीका पसंद आने लगा. अरविंद मैथमेटिक्स में एक्सपर्ट हैं और कॉम्पिटेटिव एक्जाम में मैथ्स का महत्वपूर्ण योगदान होता है. आज उनका कोचिंग सेंटर झारखंड का सबसे बड़ा कोचिंग सेंटर बन गया है. जहां हर एक एग्जाम की तैयारी करवाई जाती है.
अरविंद बताते हैं कि उन्होंने इतनी पढ़ाई और प्रैक्टिस कर ली है कि अब उन्हें बुक्स याद हो गई है. वह 90% सवाल बिना बुक देखे वर्बल ही पढ़ा देते हैं.
अरविंद के पढ़ाए हुए बच्चे आज यूएस, कनाडा सहित कई देशों में बड़ी कंपनियों में काम कर रहे हैं. भारत में भी उनके छात्र बड़े इंस्टिट्यूट्स जैसे आईआईटी, एनआईटी और एनडीए में सफल हैं. वह गरीब बच्चों को मुफ्त में कोचिंग देते हैं.
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