बड़ा कारगर है यह जंगली पौधा, डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में रामबाण, खून की कमी भी करे दूर Tribal society uses this plant found in the forest.

पलामू. कई बार डिलीवरी के बाद महिलाओं में दूध नहीं बनने की शिकायत देखी जाती है. इसके लिए लोग डॉक्टर से सलाह लेते हैं. वहीं शहर से दूर रहने वाले आदिवासी जंगल में मिलने वाले खास तरह के पौधे का इस्तेमाल करते हैं. जिससे डिलीवरी के बाद महिलाओं के दूध आसानी से बनने लगता है. इसके साथ साथ ये दूसरी कई बीमारियों में भी रामबाण है.

आदिवासी महिला नीलम देवी बताती हैं कि जंगल में मिलने वाला सतावर (शतावरी) नामक पौधा बेहद लाभदायक है. इसका इस्तेमाल वो तीन चार साल से कर रही हैं. इसका पाउडर खून की कमी के साथ कमजोरी जैसी समस्या को दूर करता है.

दूध बनाने में करता है मदद

उन्होंने कहा कि सतावर का पाउडर डिलीवरी के बाद महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. इसमें मौजूद पोषक तत्व दूध बनाने में मदद करते हैं. जिन महिलाओं के दूध नहीं बन रहा है, वो महिलाएं इसका इस्तेमाल कर सकती हैं. ये शरीर में ताकत भी बढ़ाता है.

ऐसे होता है तैयार
उन्होंने बताया कि इसका पाउडर तैयार करने के लिए सतावर की जड़ का इस्तेमाल किया जाता है. सतावर की जड़ को जमीन से निकालकर किसी छांव वाली जगह में सुखाया जाता है. दो से तीन दिन में सुख जाने के बाद इसे किसी बर्तन या ओखली के प्रयोग से पाउडर तैयार किया जाता है. जिससे आप डब्बे में पैक कर रख सकते हैं.

ऐसे करें प्रयोग
उन्होंने कहा कि इसका प्रयोग करने के लिए आप सुबह शाम कभी भी कर सकते हैं. उन्होंने बताया की पानी के साथ एक चम्मच पाउडर को ले सकते हैं. खून की कमी होने पर एक हफ्ते में असर दिखना शुरू हो जाएगा. वहीं डिलीवरी वाली महिलाओं को दो से तीन दिन में असर दिखने लगेगा.


(नोट: यह खबर आदिवासियों की मान्यताओं पर आधारित है. Local 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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