
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
– फोटो : एक्स/राजनाथ सिंह
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जल्द ही देश का रक्षा उत्पादन तीन लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा छू लेगा। इसके साथ ही सैन्य उपकरणों का निर्यात भी 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का हो जाएगा। एक रक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पहले तीनों सेनाएं अपने-अपने खोल में रहती थीं, लेकिन अब किसी भी चुनौती से निपटने के लिए सेनाओं के बीच बेहतर समन्वय बना है।
राजनाथ ने कहा कि पहले भारत को दुनिया में हथियारों के सबसे बड़े आयातक के रूप में जाना जाता था, लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह छवि बदल गई है। अब भारत दुनिया के शीर्ष 25 हथियार निर्यातक देशों की सूची में शामिल हो गया है। सात-आठ साल पहले भारत का रक्षा निर्यात एक करोड़ से भी कम था। आज यह 16,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि 2028-29 तक देश का वार्षिक रक्षा उत्पादन 3 लाख करोड़ रुपये होगा और निर्यात 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
देश में रक्षा उद्योग के विस्तार को लेकर राजनाथ कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 4,35,000 करोड़ रुपये से अधिक की पूंजीगत अधिग्रहण परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है। इसके साथ ही सरकार ने अगले पांच साल भारत में हवाई जहाज के इंजन और गैस टर्बाइन जैसी उच्चस्तरीय प्रणालियों के उत्पादन का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने तीनों सेनाओं के बीच संयुक्त परिचालन को सुगम बनाने पर खासा ध्यान दिया है, ताकि किसी भी संकट की स्थिति में बेहतर प्रतिक्रिया दी जा सके।