नई दिल्ली. क्रिकेट के मैदान पर पिता-पुत्र और भाइयों की जोड़ियों को खेलते हुए तो फैंस ने देखा है लेकिन ऐसे भी कुछ उदाहरण हैं जब भाई का अनुसरण करते हुए बहन या फिर बहन का अनुसरण करते हुए भाई ने क्रिकेट को अपना करियर बनाया. कुछ मामले तो ऐसे भी हैं जब भाई और बहन, दोनों ने ही क्रिकेट में न केवल देश का प्रतिनिधित्व किया बल्कि सफल भी रहे.
भारत के लिहाज से बात करें तो भाई और बहन की इस जोड़ी में वॉशिंगटन सुंदर और उनकी बहन मणिसुंदर शैलजा का नाम प्रमुख है.वॉशिंगटन शॉर्टर फॉर्मेट में भारतीय टीम के अहम सदस्य हैं और इसी वर्ष जून में होने वाले वर्ल्डकप में भारतीय टीम में चुने जाने के लिए मजबूत दावेदार हैं. नजर डालते हैं क्रिकेट के मैदान पर जौहर दिखाने वाले भाई-बहन की जोड़ियों पर..
वॉशिंगटन सुंदर और शैलजा सुंदर
24 साल के वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) को भारतीय टीम का भविष्य का खिलाड़ी माना जा रहा है. ऑफ स्पिनर होने के साथ-साथ वे निचले क्रम के उपयोगी बैटर भी हैं. वैसे तो वॉशिंगटन चार टेस्ट भी भारत के लिए खेल चुके हैं लेकिन उनका खेल वनडे और टी20 के लिहाज से अधिक माफिक माना जाता है. उन्होंने अब तक 43 टी20I और 19 वनडे भारत के लिए खेले हैं. वनडे में 265 रन व 18 विकेट तथा टी20I में 107 रन व 34 विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं.टेस्ट क्रिकेट में 265 रन बनाने के अलावा छह विकेट वे हासिल कर चुके हैं. वॉशिंगटन सुंदर से जुड़ी एक खास बात यह है कि वे एक कान से सुन नहीं पाते.इस कारण साथी प्लेयर्स और कप्तान के निर्देशों को सुनने में उन्हें परेशानी होती है.वैसे इस ‘कमजोरी’ का पॉजिटव पहलू यह भी है कि उन्हें दर्शकों के शोरगुल से एक हद तक राहत मिलती है और वे खेल में अच्छे से ध्यान एकाग्र कर पाते हैं.
वॉशिंगटन के पिता भी क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी थे.उन्होंने बच्चों को भी क्रिकेट के लिए प्रेरित किया. वॉशिंगटन की बड़ी बहन मणिसुंदर शैलजा (Manisundar Shailaja) भी दाएं हाथ के बैटर और लेग ब्रेक बॉलर के तौर पर तमिलनाडु की ओर से खेल चुकी हैं. हालांकि वे ज्यादा सफल नहीं हो सकीं और उन्होंने अपना आखिरी मैच वर्ष 2021 में खेला.
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पवन नेगी और बबिता नेगी
घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए हरफनमौला की हैसियत से खेले पवन नेगी (Pawan Negi) का नाम उस समय सुर्खियों में आया जब 2016 के आईपीएल ऑक्शन में दिल्ली डेयरडेविल्स (नया नाम दिल्ली कैपिटल्स) ने उन्हें 8.5 करोड़ की रिकॉर्ड राशि में खरीदा. 2015 के आईपीएल सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से लेग स्पिन बॉलिंग और बैटिंग के प्रदर्शन के कारण उन्हें यह रिकॉर्ड डील मिली. हालांकि पवन अपने को मिली इस रिकॉर्ड राशि के साथ न्याय नहीं कर सके. पवन को भारत के लिए एक टी20 खेलने का मौका भी मिला.यूएई के खिलाफ अपने एकमात्र मैच में उन्होंने 16 रन देकर एक विकेट लिया जबकि बैटिंग का मौका नहीं मिला. पवन की बहन बबिता भी ऑलराउंडर की हैसियत से दिल्ली के लिए खेल चुकी हैं.
बबीता (Babita Negi) शुरुआत में बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करती थीं लेकिन छोटे भाई की सलाह पर उन्होंने स्पिन गेंदबाजी प्रारंभ की थी.रेलवे में नौकरी करने वाली बबिता अपने छोटे भाई पवन के साथ अभ्यास करती थीं.
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नाथन एस्टल और लिसा एस्टल
न्यूजीलैंड की क्रिकेट में नाथन एस्टल (Nathan Astle) एक समय बड़ा नाम थे. 1995 से 2007 के बीच नाथन ने न्यूजीलैंड के लिए 81 टेस्ट, 223 वनडे और 4टी20I खेले और टीम के प्रमुख बैटर रहे. टेस्ट में 11 शतकों की मदद से उन्होंने 4702, वनडे में 16 शतकों की मदद से 7090 और 4 टी20I में 74 रन बनाए. मध्यम गति के गेंदबाज के तौर पर टेस्ट में 51 और वनडे में 99 विकेट भी एस्टल के नाम पर हैं. पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच में शतक जड़ने के अलावा चार विकेट लेने का खास रिकॉर्ड भी नाथन के नाम पर दर्ज है. टेस्ट में सबसे कम बॉल पर दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम पर है.नाथन एस्टल ने 2002 में क्राइस्टचर्च में इंग्लैंड के खिलाफ 153 गेंदों पर दोहरा शतक जड़ा था. उन्होंने 168 गेंदों पर 28 चौकों और 11 छक्कों की मदद से 222 रन बनाए थे.
नाथन की छोटी बहन लिसा (Lisa Astle) भी न्यूजीलैंड की ओर से एक वनडे खेल चुकी हैं.हालांकि डेनमार्क के खिलाफ इस मैच में उन्हें न तो बैटिंग और न ही बॉलिंग का मौका मिला था.कीवी टीम ने यह मैच 9 विकेट से जीता था.
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टेरी और डेनिस एल्डरमैन
ऑस्ट्रेलिया के टेरी एल्डरमैन (Terry Alderman)ने स्विंग बॉलर के तौर पर खास पहचान हासिल की.1981 से 1991 के बीच उन्होंने 41 टेस्ट और 65 वनडे खेले. टेस्ट क्रिकेट में 170 व वनडे में 88 विकेट टेरी ने लिए. एशेज में अपनी बॉलिंग से ऑस्ट्रेलिया को कई यादगार जीत भी उन्होंने दिलाईं.1981 की एशेज सीरीज के छह टेस्ट में टेरी ने 12.85 के औसत से 42 विकेट लिए थे.बाद में 1989 की एशेज में भी उन्होंने 41 विकेट लिए.
टेरी की बहन डेनिस (Denise Alderman Emerson)भी क्रिकेट की अच्छी प्लेयर थीं और बैटर की हैसियत से ऑस्ट्रेलिया के लिए सात टेस्ट और 21 वनडे खेलीं.अंपायर और मैच रैफरी रॉस इमर्सन ने शादी करने वाली डेनिस ने टेस्ट में एक शतक की मदद से 454 और वनडे में आठ अर्धशतकों की मदद से 820 रन बनाए.टेरी एल्डरमैन के बहनोई रॉस वर्ष 1995-96 में मुथैया मुरलीधरन की गेंदों को नोबॉल घोषित करके चर्चा में रहे थे.
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पीटर और सारा मैकग्लाशन
नाथन और लिसा एस्टल की तरह भाई-बहन की एक और जोड़ी पीटर और सारा मैकग्लाशन (Peter and Sara McGlashan)भी न्यूजीलैंड की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट खेली है.बड़े भाई पीटर ने बैटर और विकेटकीपर की हैसियत से 2009 से 2010 तक कीवी टीम के लिए चार वनडे, 11 टी20I खेले.वनडे में 63 और टी20I में 61 रन उनके नाम पर दर्ज हैं. बहन लिसा का इंटरनेशनल करियर पीटर से ज्यादा लंबा रहा. लिसा ने दो टेस्ट, 134 वनडे और 76 टी20I खेले. टेस्ट में 20, वनडे में 2438 और टी20I में 1164 रन उन्होंने बनाए.
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गॉर्डन ड्रमंड और एनेट ड्रमंड
भाई गॉर्डन ड्रमंड और बहन एनेट ड्रमंड (Gordon and Annette Drummond)की जोड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में स्कॉटलैंड की ओर से खेल चुकी है. गॉर्डन ने स्कॉटिश टीम की ओर से 30 वनडे और 17 टी20I खेले.वनडे में 25 विकेट लेने के अलावा 240 रन उन्होंने बनाए जबकि टी20I में 16 विकेट लेने के अलावा 54 रन उनके नाम पर दर्ज हैं.गॉर्डन की बहन एनेट ने स्कॉटलैंड की ओर से सात वनडे मैच खेले और 9 रन बनाए.
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Tags: Cricket, Washington Sundar
FIRST PUBLISHED : January 22, 2024, 16:43 IST