नवभारत डिजिटल डेस्क: टेलीविजन हो या फिर कोई वीडियो गेम, हर कोई डिजिटल जिंदगी के आदी होते जा रहे है। आधुनिक होना सही है लेकिन ज्यादा टेक्नोलॉजी से जुड़े रहना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होता है। हाल ही में डब्ल्यूएचओ (WHO) और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने रिसर्च में खुलासा किया है कि, ज्यादा देर तक वीडियो गेम (Video Game Side Effect) खेलने से सुनने की क्षमता कम हो जाती है यानि कि आप बहरे भी हो सकते है।
जानें क्या कहती है रिसर्च
हाल ही में डब्ल्यूएचओ और यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की टीम ने 50 हजार से ज्यादा लोगों पर रिसर्च की थी। जिसमें अधिकतर बच्चे शामिल थे, रिसर्च में पाया कि, ज्यादा देर तक वीडियो गेम खेलना सेहत को बिगाड़ सकता है।
इसमें आधे लोगों ने ईयरफोन और ईयरबड्स का इस्तेमाल काफी समय तक किया। जिस वजह से उनके कानों और सुनने की क्षमता पर प्रभाव पड़ा है।बच्चे अक्सर इनडोर खेलों में वीडियो गेम खेलते है जिस वजह से कम उम्र में ही सेहत से जुड़ी समस्या शुरू हो जाती है।
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वीडियो गेम में तेज होती है ध्वनि की मात्रा
जैसा कि, जानते है ध्वनि की मात्रा को डेसीबल (Decibel) में मापा जाता है। शोधकर्त्ताओं ने रिसर्च में यह भी बताया कि, बच्चे वीडियो गेम खेलने के दौरान अक्सर सप्ताह में साढ़े 6 घंटे 83 डेसिबल, इससे कम साढ़े 3 घंटे में 86 डेसिबल तो वहीं 12 मिनट में 90 डेसिबल (Decibel) की ध्वनि सुन सकते है।
डेसिबल की मात्रा ज्यादा होती है तो सेहत पर असर डालता है।रिसर्च में यह भी माना कि, वीडियो गेम खेलने के दौरान आवाज तेज होती है जो सामान्य ध्वनि से ज्यादा है।
कैसे रखें अपना ख्याल
अगर आपका बच्चा वीडियो गेम काफी समय तक खेलता है तो आपको उसे इस आदत से दूर करना चाहिए। वीडियो गेम खेलने का समय निश्चित कर दे, ताकि बच्चा कम समय के लिए गेम खेलें। बच्चे को इनडोर गेम की जगह आउटडोर गेम से परिचय कराएं जैसे, क्रिकेट, फुटबॉल। इन खेलों से मानसिक और शारीरिक सेहत अच्छी रहेगी।
इसके अलावा इस समस्या से निपटने के लिए उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप जैसे देशों में इसके प्रति ने जागरूकता फैलाने पर जोर देने की बात कही।