डॉक्टर राम गोपाल नाइक की कहानी और उनका व्यक्तित्व दोनों बहुत ही रोचक है. उन्होंने देश के कई हाई प्रोफाइल केस सॉल्व किये हैं. क्रिकेटर सट्टेबाज संजीव चावला का प्रत्यर्पण हो, सीबीएससी पेपर लीक मामला हो या फिर 12 साल के एक बच्चे को अपहरणकर्ताओं से छुड़वाने का उनका कारनामा. अपने 20 साल के करियर में जिस तरह से उन्होंने बड़े-बड़े केसेज को अंजाम दिया था. सभी को लग सकता है कि वह सिंघम टाइप पुलिस वाले होंगे, लेकिन वे सिंघम टाइप के पुलिस वाले नहीं है. बहुत ही शांत और धैर्य रखने वाले इंसान हैं. इनका सोशल मीडिया में कोई प्रोफाइल नहीं है. गूगल पर मुश्किल से आपको उनकी तस्वीरें मिलेंगी. आज के समय में कोई इंसान एक छोटा काम भी करता तो उसे शोकेस करने से पीछे नहीं हटता है और ये इंसान इतना बड़ा काम कर गया, लेकिन सोशल मीडिया पर एक अकाउंट नहीं है. कमाल की बात ये है कि वे एमबीबीएस डॉक्टर भी हैं, वो क्रिमिनल की पिटाई तो करते थे पर्ची भी लिखकर देते हैं कि ये दवाई ले लेना है. ऐसे लोगों के बारे में बताना जरूरी है, जो असली नायक हैं, लेकिन लोग उन्हें जानते नहीं हैं. छह महीने उन्हें कन्विंस करने में गए कि आप पर फिल्म बननी चाहिए.