6 करोड़ का कर्ज होने के बाद खड़ी कर दी 3,000 करोड़ की कंपनी, सलमान भी रहे कंपनी के ब्रांड एंबेसडर

नई दिल्ली. हम आपको यहां एक शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें एक गलत फैसले से नुकसान हुआ. लेकिन, वे थमे नहीं और उन्होंने भारतीय स्नैक बाजार में एक पॉपुलर ब्रांड दिया और उन्हें मशहूर शख्स बना दिया. हम बात कर रहे हैं अमित कुमत की यात्रा की के बारे में. इनकी यात्रा से हम एक व्यावहारिक सबक सीखते हैं जो स्टार्टअप उत्साही और व्यावसायिक पेशेवरों दोनों पर लागू होते हैं.

प्रताप स्नैक्स का मार्केट कैप 3,000 करोड़ रुपये के करीब है. जो एफएमसीजी सेक्टर की नामी कंपनियों में शुमार है. प्रताप स्नैक्स की स्थापना 2003 में दो भाइयों अमित और अपूर्व कुमत और उनके दोस्त अरविंद मेहता ने की थी. कंपनी की देश भर में चार फैक्ट्रियां हैं और एक डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है जिसमें 2,900 डिस्ट्रीब्यूटर्स, 24 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में फैले 168 सुपर स्टॉकिस्ट और 168 सुपर स्टॉकिस्ट शामिल हैं.

हो गया था 6 करोड़ का कर्ज
संघर्षों के बारे में बात करें तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमित  ने बिजनेस में अपना करियर शुरू करने के लिए एक साहसिक कदम उठाया. कुछ समय तक स्नैक सेक्टर में काम करने के बाद, उन्होंने केमिकल मैन्युफैक्चरिंग में जाने का फैसला किया. एक ऐसा निर्णय जो जल्द ही आर्थिक रूप से गलत साबित हुआ. इस फैसले के चलते केवल एक साल में 6 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया. ऐसी कठिनाई के सामने कई लोग हार मान लेते, लेकिन अमित ने फिर एक अलग फैसला किया.

अमित कभी भी पीछे हटने वालों में से नहीं थे. उन्होंने 2002 की शुरुआत में इंदौर एरिया में स्नैक्स बेचने का विचार किया और अपूर्व और अरविंद से संपर्क किया. अपने परिवार को 15 लाख रुपये का निवेश करने के लिए मनाने और व्यवसाय विफल होने पर उन्हें पैसे वापस देने की कसम खाने के बाद, तीनों ने पनीर बॉल्स बेचना शुरू कर दिया.

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अमित ने कहा, ‘मुझे पता था कि मैं एक उद्यमी बने रहना चाहता था और स्नैक्स बाजार में मेरी रुचि थी क्योंकि मैं सभी बड़े ब्रांड्स को जानता था. मुझे एहसास हुआ कि इंदौर जैसे शहरों में उनकी पहुंच बड़ी नहीं थी और यही से आइडिया का जन्म हुआ.’

इंदौर में एक मामूली ऑफिस से काम करने के कारण उनका दृढ़ संकल्प और उद्यमशीलता की भावना जल्द ही सफल होने लगी. बिक्री बढ़ने लगी और यहीं से प्रताप स्नैक्स का जन्म हुआ, जिसके आधार पर उन्होंने बाद में नमकीन और आलू के चिप्स का पॉपुलर येलो डायमंड ब्रांड बनाया. साधारण मूल से उठकर स्नैक मार्केट में एक मेजर प्लेयर के रूप में उनका आगे बढ़ना उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है.

धीरे-धीरे उनका बिजनेस सफल होता गया. सलमान खान कंपनी के ब्रांड एंबेसडर भी रहे. 31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए प्रताप स्नैक्स लिमिटेड की ऑपरेटिंग रेवेन्यू रेंज 500 करोड़ रुपये से ज्यादा है. इसका टोटल पेड-अप कैपिटल 11.93 करोड़ रुपये है, जबकि इसका ऑथोराइज्ड शेयर कैपिटल 26.75 करोड़ रुपये है.

Tags: Business ideas, High net worth individuals, Success Story

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